शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
विराट कोहली के नेतृत्व में वर्ल्ड नंबर वन टीम, ‘टीम इंडिया’ ने दूसरे नंबर की टीम ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर लगातार सातवीं सीरीज तो जीत ली है, लेकिन खेल से पहले शुरू हुई दोनों टीमों के दिलों के बीच की जंग खेल में ही ख़त्म नहीं हुई है। ऐसा लग रहा था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज खत्म होते ही दोनों ही टीमों के बीच का तनाव भी खत्म हो जायेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ ने धर्मशाला टेस्ट के बाद सीरीज के दौरान हुई घटनाओं के लिए खेद जताया, लेकिन भारतीय कप्तान का गुस्सा अब तक शांत नहीं हुआ है।
दरअसल विराट कोहली सीरीज के दौरान टीम ऑस्ट्रेलिया और वहां की मीडिया की ओर से टीम इंडिया के खिलाफ लगातार अटपटे बयान दिए जाने के कारण बहुत दुखी हैं और उन्होंने सीरीज जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलकर कहा कि अब वे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ मित्रता नहीं रखेंगे। हालांकि विराट कोहली ने सीरीज से पहले कहा था कि मैदान पर भले ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से उनकी कहासुनी होती रहती है, लेकिन उसके बाहर वह अच्छे दोस्त रहे हैं और ऐसा ही इस सीरीज में भी रहेगा।
टीम ऑस्ट्रेलिया से हुई कहासुनी ख़त्म करने के विषय में प्रश्न पूछे जाने पर विराट ने कहा, ” मेरा विचार निश्चित रूप से बदल गया है। मुझे लगता है कि जो स्थिति पहले थी, अब बिल्कुल भी वैसी नहीं रही। मैंने शुरुआती दौर में हुई बहस के बीच जो कहा था, वह इसलिए था क्योंकि आप प्रतिस्पर्धी होना चाहते हैं, लेकिन मैं गलत साबित हुआ। मैंने पहले टेस्ट से पहले जो बातें कहीं थीं, वह पूरी तरह से गलत साबित हुईं और आपने मुझे ऐसा कहते हुए दोबारा नहीं सुना होगा।”
क्या था मामला-
इस सीरीज में बेंगलुरू टेस्ट के दौरान स्टीव स्मिथ के द्वारा आउट होने पर ड्रेसिंग रूम से डीआरएस संबंधी सलाह लेने का प्रयास करने के बाद काफी विवाद हुआ था। इस पर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विराट के विषय में काफी कुछ कहा था। स्मिथ ने भी इसे ‘ब्रेन फेड’ बताया था, वहीं विराट ने स्मिथ की इस हरकत को लगभग ‘चीटिंग’ करार दिया था। धर्मशाला टेस्ट में भी जब मुरली विजय ने जॉश हेजलवुड का कैच पकड़ा, तो थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया। इस पर स्मिथ ड्रेसिंग रूम में अपशब्द कहते कैमरे में कैद हो गए थे। विराट के अनुसार यह खेल भावना के लिए सही नहीं है।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के विषय में उन्होंने कहा, “कुछ लोग दुनिया के एक कोने में बैठकर सनसनी फैलाना चाहते हैं। उन्हें खुद इन हालात का सामना नहीं करना पड़ता। यह सबसे आसान काम होता है कि घर बैठकर ब्लॉग लिख डालो या माइक पर बोलो लेकिन मैदान में उतरकर खेलना काफी मुश्किल है।”
ऑस्ट्रेलिया पर मिली 2-1 से जीत का श्रेय टीम को देते हुए विराट कोहली ने कहा कि कोई उनकी टीम को उकसाता है तो वे माकूल जवाब देने में माहिर हैं। कोहली ने कहा, “हमारा पलड़ा मैच में भारी हो या नहीं, यदि कोई हमें उकसायेगा तो हम उचित जवाब देंगे। सभी को यह हजम नहीं होता, लेकिन हम जैसे को तैसा जवाब देना जानते हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को भारत ने धर्मशाला में कंगारू टीम को 8 विकेट से हरा दिया। इसके साथ ही उसने ‘बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी’ पर भी कब्जा कर लिया, जो ऑस्ट्रेलिया के पास थी। रवींद्र जडेजा को इस मैच और पूरी सिरीज में ऑलराउंड खेल के लिए मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया।