शिखा पाण्डेय,
सिनेमा से राजनीति तक का सफल सफर तय करने वाली AIADMK पार्टी प्रमुख व तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता का निधन सोमवार की देर रात हो गया। जयललिता को रविवार दोपहर करीब तीन बजे दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की निगरानी में चेन्नई के अपोलो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
पूरे तमिलनाडु में ‘अम्मा’ कही जानेवाली जयललिता लंबे समय से बीमार चल रही थीं और चेन्नई के अपोलो अस्पताल के आईसीयू में एडमिट थीं, लेकिन हाल ही में उनके पूर्णतः स्वस्थ होने की खबर सामने आयी थी। रविवार को अचानक दिल का दौरा पड़ने के बाद फिर से अपोलो अस्पताल के सीसीयू में हार्ट असिस्ट डिवाइस पर रखा गया। जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर अपोलो अस्पताल ने लंदन के डॉक्टर रिचर्ड से संपर्क किया था और दिल्ली के एम्स से डॉक्टरों की एक टीम भी चेन्नई के लिए रवाना कर दी गई थी। आपको बता दें कि जयललिता पिछले 74 दिनों से अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं।
तमिलनाडु में सबसे कम उम्र में सीएम बनी व जनता के बीच अत्यन्त लोकप्रिय रही जयललिता के निधन की खबर मिलते ही पूरे देश में शोक लहर दौड़ गई।
जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की खबर मिलते ही तमिलनाडु के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, जो मुम्बई में थे, अपने सभी कार्यक्रम छोड़कर चेन्नई लौट आए। वो चेन्नई पहुंचते ही सबसे पहले अपोलो अस्पताल पहुंचे और वहां से 10 मिनट के बाद राजभवन चले गए। इस बीच अपोलो अस्पताल में ही तमिलनाडु सरकार की कैबिनेट की आपात बैठक हुई, जिसमें तमाम मंत्री शामिल हुए। इस दुखद समाचार का अंदाज़ा तभी लग गया था, जब राज्यपाल अपनी यात्रा छोड़ चेन्नई रवाना हो गए और AIADMK सांसदों को दिल्ली से चेन्नई पहुंचने के लिए पार्टी ने आदेश जारी कर दिया।
इससे पहले अस्पताल ने एक बयान जारी कर कहा था कि एआईएडीएमके प्रमुख की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्हें ईसीएमओ और अन्य जीवन रक्षक सहायक प्रणालियों पर रखा गया है। उनका इलाज चल रहा है और विशेषज्ञ उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इसी दौरान उनकी हालत गंभीर होने की खबर के बीच पार्टी मुख्यालय का झंडा एक बार झुका दिया गया, लेकिन फिर अस्पताल की ओर से जारी बयान में इलाज जारी होने की बात आते ही झंडा फिर उठा दिया गया औए सबमें उम्मीद की नयी लहर दौड़ गयी। तमाम अटकलों के बीच केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू भी अपोलो अस्पताल पहुंचे।
भ्रष्टाचार के तमाम मामलों में अक्सर घिरे रहने के बावजूद आम जनता में अपनी लोकप्रियता बनाये व बढ़ाये रखनेवाली जयललिता के निधन पर तमाम दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। निधन की अटकलों के बीच जनता में हड़कंप भी मच गया औए पुलिस को तोड़ फोड़ रोकने के उदेश्य से लाठी चार्ज भी करना पड़ा।
आपको बता दें कि राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अस्पताल के बाहर 200 पुलिसकर्मियों को तैनाती की गई है। साथ ही चेन्नई समेत राज्य के दूसरे हिस्सों में अर्द्धसैनिक बलों को अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है।