शिखा पाण्डेय|Navpravah.com
अविस्मरणीय गीतों के रचयिता व फिल्म निर्देशक गुलज़ार का कल 83वाँ जन्मदिन था। उनके इस जन्मदिन पर एक बहुत ही ख़ास तोहफा उनके चाहनेवालों को मिलने वाला है। उनके इस अद्भुत गीत- संगीतमय फिल्मी सफर में एक और ख़ास नाम जुड़ने जा रहा है। ये नाम इसलिए बहुत ज़्यादा ख़ास है, क्योंकि यह फिल्म 1988 से ही, अर्थात 29 सैलून से रिलीज का इंतजार कर रही थी। जी हाँ! उनकी फिल्म ‘लिबास’ इस साल बड़े पर्दे पर रिलीज होने जा रही है।
जी क्लासिक ने घोषणा की कि इस साल ‘लिबास’ रिलीज की जाएगी। यह फिल्म गुलजार के कथा संग्रह ‘रावी पार’ की एक लघुकथा ‘सीमा’ पर आधारित है। पिछले 29 साल से यह फिल्म फिल्म महोत्सव निदेशालय के अभिलेखागार में पड़ी हुई थी। नसीरुद्दीन शाह और शबाना आजमी जैसे दिग्गज कलाकरों को दर्शाती इस फिल्म में एडल्ट मुद्दों को उठाया गया था, जिसकी वजह से उस दौर में यह फिल्म रिलीज नहीं हो पाई थी।
फिल्म की कहानी रंगमंच निर्देशक सुधीर (नसीरुद्दीन शाह) और उनकी अभिनेत्री पत्नी सीमा (शबाना आजमी) के ईद-गिर्द घूमती है। उनकी जदिंगी यूं तो बहुत खुशहाल नजर आती है, लेकिन ग्लैमर की दुनिया में चीजें जैसी दिखती हैं, जरुरी नहीं कि वे वैसी ही हों। कुछ लोगों का कहना है कि इसकी रिलीज टलने की वजह से डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के बीच मनमुटाव हो गया था, लेकिन अब खबरें हैं कि जाने-माने ट्रेड एनालिस्ट विकास मोहन के बेटे अमुल और अंशुल मोहन इस फिल्म को रिलीज करेंगे। अमूल ने बताया कि इस साल के अंत तक ‘लिबास’ रिलीज कर दी जाएगी। कुछ हफ्तों में रिलीज की तारीख का ऐलान किया जाएगा। भारत में इस फिल्म का वितरण जी स्टूडियोज की ओर से किया जाएगा।
इस फिल्म में राज बब्बर, सुषमा सेठ, उत्पल दत्त, अन्नु कपूर और सविता बजाज ने भी अहम भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म में संगीत आर डी बर्मन का है। विकास मोहन इस फिल्म के निर्माता थे। उनके बेटे अमूल विकास मोहन और अंशुल विकास मोहन इस फिल्म को रिलीज कर अपने पिता का सपना साकार करेंगे।