शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
उत्तर प्रदेश पुलिस की गिरफ्त से परे चल रहे उत्तर प्रदेश के ‘बलात्कार के आरोपी’ मंत्री गायत्री प्रजापति अब तक अपने पद पर सम्मान के साथ आसीन हैं। प्रदेश की ‘समाजवादी’ सरकार का ‘काम’ इतना शोर मचा रहा है कि यूपी के गवर्नर राम नाईक को इस मुद्दे में दखल देना पड़ा है। नाईक ने गैंगरेप आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति के मुद्दे पर सीएम अखिलेश यादव को एक पत्र लिखा है।
राम नाईक ने लिखा है, ”सुप्रीम कोर्ट ने इस गंभीर मामले में प्रजापति के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। इन हालातों में उनका मंत्री बने रहने और कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने से लोकतांत्रिक मर्यादा पर सवाल खड़ा होता है। कैबिनेट मंत्री रहते हुए गायत्री ने जो किया, वह गंभीर अपराध है। इस पर अपनी राय बताएं।”
दरअसल शुक्रवार को ही राम नाईक ने कहा था कि गायत्री को पुलिस के सामने सरेंडर कर देना चाहिए, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। नाईक ने कहा कि कानून को उचित कदम उठाना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि कोर्ट ने जो आदेश दिया है, उस पर काम होगा।
बता दें कि प्रजापति समेत 7 लोगों पर एक महिला से गैंगरेप और उसकी नाबालिग बेटी के सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप है। सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर पर यूपी पुलिस ने केस तो दर्ज किया है, लेकिन सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। शनिवार को गायत्री के खिलाफ कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी किया। उनका पासपोर्ट भी 4 हफ्तों के लिए सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस ने मंत्री और उनके साथी आरोपियों की तलाश में कानपुर, अमेठी और लखनऊ के कई इलाकों में तलाश जारी रखी है।
पुलिस के मुताबिक, “जांच के दौरान पीड़ित महिला के मोबाइल की सालभर की लोकेशन मंत्री के घर के आसपास ही मिली। कॉल डिटेल से पता चला है कि गायत्री की कई बार महिला से मोबाइल पर बातचीत हुई थी।” 17 जुलाई, 2016 को भी महिला की लोकेशन गायत्री के घर पर ही निकली थी। महिला का आरोप है कि इसी दिन मंत्री के घर पर उसके साथ गैंगरेप और बेटी के साथ रेप की कोशिश की गई थी।
उधर यूपी के बीजेपी प्रेसिडेंट केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा, ”अखिलेशजी अपने चहेते मंत्री को गिरफ्तार कराएंगे नहीं, बर्खास्त तो करें। हम 11 तारीख के बाद गिरफ्तारी कर लेंगे।” केशव ने शनिवार को आरोप लगाया था कि अखिलेश ने गायत्री को अपने सरकारी आवास में छिपा रखा है। अगर वह देश छोड़कर भागने में कामयाब हुए, तो इसकी जिम्मेदारी सीएम की होगी। इसके जवाब में अखिलेश ने शुक्रवार को मीडिया से कहा था, ”आप सब कैमरा लेकर मेरे घर चलो और देखो गायत्री है या नहीं। इस मामले में हमारी सरकार हर तरह से मदद करेगी और न्याय होगा।”