क्राइम डेस्क. दिल्ली एनसीआर गुडगांव की निजी कंपनी में कार्यरत रीजनल मैनेजर गौरव चंदेल की हत्या के 8 दिन बाद भी पुलिस को कोई सराग हाथ नहीं लगा हैं। वहीं, बिसरख पुलिस ने जांच में लूटपाट के साथ कई और बिंदुओं को भी शामिल किया है।
पुलिस अब लूटपाट से अलग पारिवारिक या सोसायटी में किसी से दुश्मनी और कंपनी में किसी से विवाद समेत कई अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है। आशंका है कि कहीं पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए तो हत्या को लूट का रूप देने की कोशिश नहीं की गई। हालांकि पुलिस की जांच किस ऐंगल पर सही बैठती है, यह हत्यारोपियों की गिरफ्तारी और कार व दोनों मोबाइल बरामद होने पर पता चल सकेगा।
एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच कई बिंदुओं पर की जा रही है। बदमाशों ने जिस तरह घटना को अंजाम दिया है, उसे देखकर लग रहा है कि कार व कैश लूटने के लिए गौरव की हत्या की गई है। ग्रेनो वेस्ट में ज्यादातर लूट की घटनाओं में बदमाश ड्राइवर को बंधक बनाकर लूटपाट के बाद फेंककर फरार हुए हैं। इस मामले में गौरव की लूट के बाद हत्या कर दी गई।
ऐसे में आशंका है कि कहीं हत्याकांड को लूटपाट का रूप देने की कोशिश तो नहीं गई है। पुलिस जांच कर रही है कि रीजनल मैनेजर की किसी से रंजिश या पारिवारिक दुश्मनी और ऑफिस में उनका किसी से विवाद तो नहीं था। पुलिस ऐसे तमाम एंगल से मामले की जांच में जुटी है। ग्रेनो वेस्ट में रविवार को पकड़े गए 4 कैब लुटेरे लूटपाट की वारदात करने के बाद 130 मीटर रोड के पास किराये पर लिए कमरे में जाकर छिप जाते थे।
अगले दिन लूट की घटना पर पुलिस की प्रतिक्रिया जानने के लिए ठेली लगाकर सामान बेचने लगते थे। कहीं, इसी तरह रीजनल मैनेजर की हत्याकांड को अंजाम देने के बाद बदमाश ग्रेनो वेस्ट में रहकर पुलिस की जांच और लोगों की प्रतिक्रियाएं देखकर सबूत मिटाने से लेकर बचने के रास्ते तो नहीं तलाश रहे? हालांकि पुलिस की एक टीम ग्रेनो वेस्ट व आसपास के एरिया में भी उनकी तलाश में जुटी है।