सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
आजादी के दौरान लोगों ने खादी अपनाकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ इंकलाब और आजादी की मुहिम में एक खास आयाम जोड़ा था। देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ‘स्वदेशी अपनाओ’ नारे के तहत लोगों से खादी का इस्तेमाल करने की अपील की थी।
खादी ग्राम उद्योग हर साल अपना कैंलेडर प्रकाशित करता है लेकिन इस बार का कैलेंडर सुर्खियों में है, क्योंकि यहां से गांधी जी की तस्वीर गायब है और उनकी जगह पीएम मोदी की तस्वीर है।
खादी ग्राम उद्योग के कैलेंडर का इतिहास बताता है कि अब तक इसके कैलेंडर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर रहती थी जो चरखा चलाते और सूत कातते हुए दिखाई पड़ते थे, लेकिन इस बार चरखे पर पीएम मोदी की तस्वीर दिखाई पड़ रही है। जिसके बाद यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि ऐसा पहले भी होता रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी खादी ग्राम उद्योग के ब्रांड एंबेस्डर हैं और खादी के प्रति उन्होंने दुनिया भर के लोगों का ध्यान दिलाया है। विनय कुमार के बयान से इतर सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो चुकी है और लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।