सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
अमृतसर रेल हादसे की जांच जारी है, अभी तक सही तथ्य सामने नहीं आया है, डीएमयू के लोको पायलट पर आपातकालीन ब्रेक का इस्तेमाल नहीं करने के आरोप लग रहे हैं।
ड्राइवर ने अपने बयान में इसका खंडन किया है। ड्राइवर का कहना है कि उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाए थे, लेकिन वह हादसा नहीं टाल पाया। ड्राइवर ने यह भी दावा किया है कि हादसे के बाद उसने ट्रेन रोकी, लेकिन बाद में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आगे अमृतसर की ओर बढ़ गया।
ट्रेन ड्राइवर ने दावा किया, कर्व के कारण ट्रैक पर मौजूद भीड़ नहीं दिखाई थी, उसने आपातकालीन ब्रेक लगाने की कोशिश की थी, लेकिन ट्रेन रुकने से पहले ही काफी लोग उसकी चपेट में आ गए।
उधर, डीआरएम विवेक कुमार ने हादसे पर कहा, मैं किसी पर दोषारोपण नहीं कर रहा हूं, लेकिन केवल आत्मविश्लेषण कर सकता हूं कि रेलवे इस हादसे को कैसे टाल सकता था। हमारा मानना है कि ट्रेन ड्राइवर ने गति को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका।
जालंधर-अमृतसर डीएमयू के ड्राइवर ने भीषण हादसे के बाद अगले स्टेशन पर स्टेशन मास्टर को हादसे की जानकारी दी थी, रेल अधिकारियों का कहना है कि लोको पायलट को जब आभाष हुआ कि कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए हैं तो उसने तत्काल इस जानकारी अमृतसर स्टेशन मास्टर को दे दी थी।
कल शाम करीब 700 लोग ग्राउंड पर रावण दहन कार्यक्रम के लिए मौजूद थे, करीब 10-15 सेकंड में ट्रेन के गुजरने के बाद चीख-पुकार मच गई, ज्यादातर लोगों को ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी क्यों कि उस समय पटाखों का शोर था, वीडियो क्लिप में साफ दिखाई दे रहा है कि जब ट्रेन ट्रैक पर आई तो लोगों ने भागने की कोशिश की लेकिन कई लोग उसकी चपेट में आ गए हैं।