जिमनास्ट दीपा को ओलंपिक फाइनल से पहले कोच ने कर दिया है कमरे में कैद!

वॉल्ट फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने वाली जिम्नास्ट दीपा करमकर को किसी भी प्रकार के दबाव से बचाने के लिए उनके कोच बिश्वेश्वर नंदी ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया है। दीपा से देशवासियों को बहुत उम्मीदें हैं।  इन अपेक्षाओं के दबाव में आने से बचाने के लिए नंदी ने 14 अगस्त को वाल्ट फाइनल्स से पहले ओलंपिक खेल गांव में दीपा को कमरे में कैद कर दिया है।

दीपा वाल्ट फाइनल्स में इतिहास रचने की कोशिश में जुटी हैं। आपको बता दें कि दीपा ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं। दीपा के साथ उनके कमरे में साथी भारतीय महिला भारोत्तोलक साईखोम मीराबाई चानू हैं। उनके अलावा उनके कोच नंदी उनके साथ हैं।

दीपा मंगलवार को 23 साल की हो जाएंगी और उन्हें सिर्फ उसके माता-पिता ही शुभकामनाएं दे पायेंगे।
स्पष्टीकरण देते हुए नंदी ने खेल गांव में कहा, “मैं उसका ध्यान भटकने नहीं देना चाहता। मैंने उसके मोबाइल से सिम कार्ड भी निकाल दिया है। केवल उसके माता पिता को उससे बात करने की अनुमति है। ” उन्होंने कहा, ” उसके जन्मदिन का जश्न इस क्षण के लिए इंतजार कर सकता है। मैं जो उसे छोटे ब्रेक देता हूं, उसमें सिर्फ उसके माता-पिता को ही उससे बात करने की अनुमति है।”

नंदी ने कहा,”उसे इससे कोई परेशानी नहीं है। वह दोस्तों से अलग ही रहना पसंद करती है। उसके दोस्त भी बहुत कम हैं।” गौरतलब है कि दीपा ने जोखिम भरा प्रोदुनोवा वाल्ट डबल फ्रंट समरसाल्ट करके लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया क्योंकि यह महिला वाल्ट में सबसे कठिन होता है।

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