सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
शबाना आज़मी ने टाइम्स दिल्ली लिटफेस्ट में ‘राष्ट्रवाद’ पर चर्चा के दौरान कहा, “फिल्म पद्मावती पर जो विवाद हो रहा है सही नहीं है। हम जो अभी देख रहे हैं, वह अति राष्ट्रवाद है, यह कुछ ऐसा है जो खतरनाक है।
शबाना ने कहा, “कला का मतलब सुंदरता दिखाना या लोरी सुनाना नहीं है, यह हमारी आवाज बुलंद करने के लिए भी है, यह विरोध जताने योग्य बनने के लिए भी है, यह उकसाने के लिए भी है। शबाना ने आगे कहा कि राष्ट्रवाद और देशभक्ति के बीच एक बेहद पतली रेखा होती है, हालांकि यह दोनों किसी एक बिंदु पर गड्डमड्ड हो जाते हैं। उन्होंने कहा, “समाज में जो हो रहा है, आप उस पर आलोचनात्मक हो सकते हो, इसका मतलब यह नहीं है कि आप देशभक्त नहीं हो।
शबाना ने फिल्म उद्योग को इस खराब विवाद और ‘पद्मावती’ फिल्म के रिलीज के विरोध पर एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि कला की आलोचना करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन दीपिका को जान से मारने की धमकी सही नहीं है।
इस फिल्म की शूटिंग के दौरान भंसाली को कई व्यवधानों का सामना करना पड़ा था, लेकिन फिल्म रिलीज की तारीख नजदीक आने के बाद फिल्म को लेकर विरोध लगातार बढ़ने लगे, ऐसा माना जा रहा है कि राजपूत रानी पद्मावती को लेकर फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है।
भंसाली ने लगातार इन आरोपों से इंकार किया है। फिल्म की रिलीज की तारीख़ 1 दिसंबर से टाल दी गई है, लेकिन हिंदू संगठनों का प्रयास है कि इस फिल्म को प्रतिबंधित कर दिया जाए।