लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजभवन में शपथ ग्रहण के बाद सभी नए मंत्रियों के साथ लोकभवन में बैठक की। बैठक में उनके साथ पुराने मंत्री भी थे। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने नए मंत्रियों से दो टूक कह दिया कि ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार से दूर रहें। इसके साथ साथ सभी को नसीहत दी कि सार्वजानिक जीवन में होने के नाते अपनी जिम्मेदारियों और कार्यों में परिवार का हस्तक्षेप न होने दें।
मुख्यमंत्री ने अपने सभी मंत्रियों को काफी देर तक नैतिकता का पाठ पढ़ाया। इसके साथ ही उन्होंने प्रोन्नत सभी मंत्रियों को उनके अच्छे कामकाज तथा आचरण की बधाई भी दी। मुख्यमंत्री ने सभी से कहा कि मंत्री अपने पर्सनल स्टाफ की गतिविधियों पर भी नजर रखें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनसेवा से बढ़कर को धर्म और पुण्य का कोई अन्य कार्य नहीं है। प्रतिबद्धता और निष्ठा के साथ दायित्वों का निर्वहन करने से संतुष्टि मिलती है। सार्वजानिक जीवन में पारदर्शिता और ईमानदारी बेहद महत्वपूर्ण है। अवसरों को उपलब्धि के रुप में परिणत करना उन्नति है और अवसरों को खो देना अवनति है।
प्रोन्नत सभी मंत्रियों की तारीफ
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 18 नए चेहरे सामने आए हैं। पांच पुराने साथियों को प्रमोट किया गया है। अब इन 23 सहयोगियों की मदद से हमारी टीम और मजबूत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो लक्ष्य तय किया है हम सभी उसे हासिल करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। ग्राम्य विकास में प्रमोट हुए महेंद्र सिंह ने विभाग को 12 राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाए हैं।
सुरेश राणा ने महज दो वर्ष में ही 72 हजार करोड़ से अधिक का भुगतान कराने का काम किया है, इसीलिए उन्हें भी प्रमोट किया गया है। भूपेंद्र सिंह ने पंचायती राज में एक लाख से अधिक शौचालय बनवाए। अनिल राजभर ने बहुत काम किया है। नीलकंठ तिवारी ने भी बहुत अच्छा काम किया है। इन्हें प्रमोशन इनके कामों को देखते हुए दिया गया है। हमने प्रदेश में विकास के हर मोर्चे पर काम किया है, हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं पहले से सुदृढ हुई हैं।