शिखा पाण्डेय,
‘काला धन’ और ‘भ्रष्टाचारमुक़्त भारत’ बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिसके मुताबिक बुधवार, 8 नवंबर मध्यरात्रि से 500 और 1000 रुपये के नोट बंद हो जाएंगे। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों के पास 500 और 1000 रुपये के नोट हैं, वे 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा कराए जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 9 नवंबर को आम लें दें के लिए बैंक्स तथा 9 व 10 नवंबर को सभी एटीएम्स बंद रखे जाएंगे, हालांकि प्लास्टिक मनी अर्थात डेबिट,क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त इन 72 घंटों में, अर्थात 11 नवंबर तक किसी भी अस्पताल में 500 व 1000 के नोट्स इस्तेमाल किए जा सकेंगे ताकि किसी के इलाज में कोई बाधा न आ सके।
मेडिकल स्टोर पर डॉक्टर की पर्ची के साथ 72 घंटों के भीतर इन नोट्स का इस्तेमाल मान्य होगा। इसी तरह 72 घंटों तक रेलवे के टिकट बुकिंग काउंटर, सरकारी बसों के टिकट बुकिंग काउंटर और हवाई अड्डों पर भी केवल टिकट खरीदने के लिए पुराने नोट मान्य होंगे। इसके अफिरिक्त अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आ रहे या जा रहे लोगों के पास यदि पुराने नोट हैं, तो ऐसे नोटों की 5000 रुपये तक की राशि को नये और मान्य नोटों से बदलने की सुविधा दी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने बताया कि अब 500 रुपये और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाएंगे। इसके बाद आप बैंक्स से प्रतिदिन 10000 रुपये निकाल सकेंगे, लेकिन शुरुवात में यह सीमा मात्र 2000 रुपये रखी गयी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को विश्व में चमकते सितारे के रूप में देखा जा रहा है। यह सरकार सबका साथ सबका विकास में यकीन रखती है। यह सरकार गरीबों को समर्पित है। उन्होंने कहा, ” पिछले दशकों से हम यहअनुभव कर रहे हैं कि देश में भ्रष्टाचार और कालाधन ने अपनी जड़ें जमा ली हैं। एक तरफ तो हम विश्व में आगे बढ़ने वाले देशों में शामिल है लेकिन दूसरी ओर भ्रष्टाचार के मामले में हम 76वें नंबर पर पहुंच गए हैं। यह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार किस तरह फैला हुआ है। कुछ वर्ग गरीबों को नजरअंदाज कर रहे हैं। इससे वे फलते-फूलते रहेे हैं। वहीं देश के करोड़ों लोगों ने ईमानदारी को जीकर दिखाया है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि देश से गरीबी हटाने में भ्रष्टाचार और कालाधन सबसे बड़ी बाधा है, जिसके निर्मूलन के लिए यह अत्यंत महत्त्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
सरकार द्वारा उठाये गए इस अहम् कदम से ‘काला धन’ और ‘फेक करंसी’ से देश को मुक्ति मिलने के आसार हैं। आपको बता दें कि पड़ोसी देश नेपाल व बांग्लादेश से बहुत बड़े पैमाने पर 500 व 1000 रुपये के जाली नोट सप्लाई किए जाते हैं।