क्या है मामला
बुधवार रात बीए द्वितीय वर्ष के दो छात्र मरहम-पट्टी करवाने बीएचयू के ट्रामा सेंटर गए। वहां रेजिडेंट डॉक्टरों से उनकी कहासुनी हो गई, जिसके बाद दोनों गुटों में हाथापाई होने लगी।
रेजिडेंट डॉक्टरों ने अनुशासन बोर्ड के कर्मचारियों, गार्ड और ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारियों के साथ मिलकर कथित तौर पर दोनो छात्रों को पीट दिया। इसके बाद दोनों छात्रों ने अपने साथियों को बुला लिया। कर्मचारियों और गार्डों ने उनकी भी पिटाई कर दी।
जब दोनों छात्रों की पिटाई की खबर हॉस्टल के अन्य छात्रों को मिली,तब बड़ी संख्या में छात्र ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए और जम कर हिंसा की व संपत्ति को नुकसान पहुँचाया। गुस्साए छात्र यहीं नहीं रुके। वे रेजिडेंट डॉक्टरों के धनवंतरी हॉस्टल पहुंच गए और वहां आधा दर्जन बाइकों में आग लगा दी। वहां उन लोगों ने पथराव भी किया और तोड़फोड़ की।
हिंसा की खबर मिलने पर जिला मजिस्ट्रेट विजय किरण आनंद और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुल्हारे बड़ी संख्या में पुलिस बल और पीएसी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे और किसी तरह हालात पर काबू पाया।
इस घटना में दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब इस घटना के बाद से ट्रॉमा सेंटर में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। विश्वविद्यालय में भी स्थिति तनावपूर्ण है और किसी भी अप्रत्याशित घटना को रोकने के लिए पीएसी जवानों के साथ पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है।