सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
बसपा की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक, भाजपा को वर्ष 2012 से लेकर 2016 तक 708 करोड़ रुपया उद्योगपतियों से मिला है,
ऐसे में बसपा ने कहा कि भाजपा जब उद्योगपतियों से ही चंदे के नाम पर इतना धन हासिल करेगी तो वह गरीबों व मजलूमों के लिए क्या करेगी।
बसपा का आरोप है कि भाजपा उद्योगपतियों केे अनुसार काम करती है, उनका कहना है कि भाजपा को वर्ष 2012 से 2016 तक सबसे ज्यादा कारोबारियों से चंदा मिला है।
चंदे की रकम व दानदाताओं के नाम को सार्वजनिक करने की मांग लंबे समय से की जा रही है, भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए अन्ना हजारे के आंदोलन में भी इस विषय को गंभीरता से उठाया गया था।
राजनीतिक दलों में बहुतेरे नहीं चाहते कि चंदे की रकम को सूचना के अधिकार (RTI) के तहत लाया जाए। बसपा सुप्रीमो मायावती भाजपा पर पिछले कई समय से भ्रष्टाचार बढ़ाने व साम्प्रदायिक सद्भाव को खत्म करने का आरोप भी लगा रही हैं।