‘द हिंदू’ ने दिल्ली पुलिस के एक सूत्र के हवाले से बताया है कि ‘देश विरोधी’ नारे वाला वीडियो सही और प्रामाणिक है। इस वीडियो को लेकर दुष्प्रचार किया गया था कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। बाद में दिल्ली पुलिस ने इस वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए सीएफएसएल के पास भेज दिया था।
मामले में दिल्ली पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज की। प्राथमिकी में कहा गया कि गत 9 फरवरी की रात उमर खालिद के नेतृत्व में छात्रों के एक समूह ने परिसर में कथित रूप से ‘भारत-विरोधी’ और ‘पाकिस्तान के समर्थन’ में नारे लगाए।
उल्लेखनीय है कि जेएनयू परिसर में ‘देश विरोधी’ नारे लगाने के आरोप में कन्हैया, उमर और अन्य छात्र गिरफ्तार हुए थे। फिलहाल, कन्हैया और उमर जमानत पर हैं। संसद हमले के दोषी अफजल गुरू की बरसी पर उमर खालिद ने जेएनयू परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था और इस कार्यक्रम में कथित रूप से भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। इसके पहले गांधीनगर स्थित सीएफएसएल ने नारों से संबंधित चार और वीडियो एवं मोबाइल क्लिप्स को सही पाया है।