शिखा पाण्डेय,
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के बीच छिड़े घमासान के बीच अखिलेश को औरंगज़ेब से भी बदतर बता दिया है। साध्वी ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता को हटाकर खुद समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष बनकर औरंगजेब को भी पीछे छोड़ दिया है। साध्वी ने सपा परिवार में विघटन का जिम्मेदार अखिलेश को ठहराया।
साध्वी ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि अखिलेश केवल प्रचार माध्यमों में लोकप्रिय हैं। वह अपने परिवार में ही लोकप्रिय नहीं हैं। उन्होंने अपने परिवार में विघटन करा दिया है। साध्वी ने इस बात की भी आशंका जताई कि सपा परिवार का झगड़ा मुलायम की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस सोची समझी साजिश के तहत, तमाम विवादों के बाद अगले एक दो-दिनों में मुलायम और अखिलेश फिर एक हो सकते हैं।
उन्होंने एक ताजा सर्वेक्षण में अखिलेश के सबसे अधिक लोकप्रिय होने तथा सपा के सबसे अधिक सीट जीतने के आकलन को गलत बताते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी मीडिया भाजपा को कम सीट पर विजयी दिखाता था, लेकिन उसे पूर्ण बहुमत मिला। विधानसभा चुनाव में भी भाजपा तमाम आकलनों को झुठलाते हुए पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। जब साध्वी से पूछा गया कि क्या भाजपा राम मंदिर को मुद्दा बनाएगी, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राम मंदिर आस्था का मामला है, यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
सपा परिवार ही नहीं, साध्वी ने बसपा को भी लगे हाथ निशाने पर ले लिया। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि बसपा प्रमुझ मायावती ने उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले के बावजूद धर्म के नाम पर वोट मांगने की अपनी हरकत दोहराई। उन्होंने उम्मीद जताई कि कल संवाददाता सम्मेलन में जिस तरह मायावती ने मुस्लिमों तथा अन्य खास जातियों से वोट देने का अनुरोध किया, उच्चतम न्यायालय उनके इस बयान का स्वत: संज्ञान लेकर उन पर कार्रवाई करेगा।