शिखा पांडेय | Navpravah.com
आज भारतीय खेल के इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है। आज से ठीक 9 वर्ष पहले अभिनव बिंद्रा ने ओलंपिक खेलों में भारत के लिए व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया था। भारत को व्यक्तिगत मैडल दिलाने के बावजूद अभिनव अपने एक फॉलोवर के द्वारा ट्रॉल किए गए और उसका उन्होंने उचित जवाब देकर सबका मुंह बंद कर दिया।
शुक्रवार को अपने पदक की 9 वीं वर्षगाँठ पर अभिनव ने ट्वीट किया, “11/08/08 जिस चीज़ को मैं याद करता हूँ व प्रशंसा करता हूँ , वह है यह लंबी यात्रा व प्रक्रिया। स्वर्ण पदक तो उस लंबी यात्रा का परिणाम है।” इस ट्वीट पर एक फॉलोवर ने उन्हें ट्रॉल करते हुए कहा कि वह मैडल मात्र एक तुक्का था, जो गलती से भारत की झोली में आ गया। अभिनव को खुद को उस मैडल का वास्तविक हक़दार साबित करने के लिए और एक बार ओलंपिक्स में मैडल जीतकर दिखाना चाहिए।
इस मैसेज का बड़ा ही रोमांचक जवाब देते हुए अभिनव ने लिखा कि भले ही यह एक तुक्का हो, पर अब मुझसे मेरा मैडल कोई नहीं छीन सकता। उनके इस रोचक जवाब के बाद उस फैन ने उनको धन्यवाद व ढेर सारी शुभकामनाएं दीं व कहा कि ईश्वर बिंद्रा को इतनी शक्ति दें कि वे अपने जैसे अन्य शूटर बना सकें।
आपको याद दिला दें किअभिनव बिंद्रा ने यह पदक बीजिंग ओलंपिक्स में 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग इवेंट में जीत था। बीजिंग ओलंपिक्स में चौथे स्थान पर क्वालीफाई करने के बावजूद वे 104.5 अंकों के साथ फाइनल में भारत के लिए व्यक्तिगत मैडल जीत पाने में सफल रहे। स्वतंत्रता के बाद से भारत ने मात्रा 5 स्वर्ण पदक जीते थे और सभी पदक हॉकी में मिले थे।