सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुलती नजर आ रही है, इसी क्रम में एक किस्सा सामने आया है। वाराणसी के एक सरकारी अस्पताल के प्रसूति वार्ड से एक आवारा कुत्ता नवजात बच्ची के शव को घसीटता हुआ बाहर ले गया।
इस मामले के बाद अस्पताल का प्रशासन मामले को रफा-दफा करने में जुट गया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अन्य मरीजों के परिजनों ने कुत्ते को महिला अस्पताल के गेट से बच्ची के शव को बाहर ले जाते देखा था।
एक व्यक्ति ने इस घटना को देखा और कुत्ते को दूर हटकर शव को बचाया, आजमगढ़ के देवरिया गांव के महातम यादव की पत्नी शीतला यादव ने बच्ची को जन्म दिया था, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई थी, उसका शव वॉर्ड के फ्लोर पर ही रख दिया गया था। जब शीतला और वॉर्ड में मौजूद अन्य महिलाओं की आंख लग गई तो कुत्ता शव बाहर ले गया।
इस मामले पर अस्पताल की चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ.अमृता अग्रवाल ने कहा, ”डिलीवरी के बाद नवजात को परिजनों को सौंप दिया गया था, इसमें अस्पताल की कोई गलती नहीं है कि वह बच्ची की रक्षा नहीं कर पाए।
उन्होंने आगे कहा, अस्पताल प्रशासन हर महिला को सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकता, 3 वॉचमैन और दो होम गार्ड्स सुरक्षा के लिए अस्पताल के दरवाजों पर तैनात रहते हैं, उन्होंने यह भी कहा कि शव लेते वक्त परिजनों ने रसीद पर दस्तखत भी किए हैं।