एनपी न्यूज़ डेस्क । Navpravah.com
नई दिल्ली । 26/11 जैसे आतंकी हमलों को रोकने और सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए गृह मंत्रालय ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसन्धान संगठन'(इसरो) की मदद लेगा। इससे संदिग्ध जहाजों और नौकाओं की निगरानी रखी जायेगी। इस सेटेलाइट की मदद से संदिग्ध जहाजों और नौकाओं को चेतावनी देने के साथ-साथ उनपर हमला भी किया जा सकता है।
देश में 26/11 जैसा हमला दुबारा न हो इसको ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय समुद्र से सटे तटीय इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को तेजी से बढ़ा रही है। इसरो वर्ष 2018 तक समुद्र से सटे इलाकों और सुरक्षा की व्यवस्था को बेहतर करने के लिए 1000 ट्रांसपोर्डर देगा। इसके साथ-साथ सैटेलाइट की निगरानी के लिए 20 मीटर से कम लम्बी नावों के लिए प्रस्तावित किया गया है। इस निगरानी हेतु ऑटोमैटिक आइडेंटिफिकेशन की मदद ली जायेगी। जिसके लिए नौकाओं पर कलर कोडिंग की व्यवस्था भी की जायेगी।
गौरतलब है कि मुंबई में हुए 26/11 के हमलों में शामिल 10 आतंकियों ने मौत का खूनी खेल खेला था और उस हमले में करीब 165 लोगों की जान चली गई थी। यह हमला मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन पर शुरू हुआ था। इसके बाद आतंकियों ने ताज होटल, कामा अस्पताल, होटल ओबेरॉय, लियोपोल्ड कैफे और दक्षिण मुंबई के कई स्थानों पर हमले किये थे। इस हमले में सभी आतंकी मारे गए और अजमल कसाब को जिन्दा पकड़ा गया था। कसाब से पूछताछ में उसने हमले के मास्टर माइंड हाफ़िज़ सईद का नाम लिया था। 21 नवंबर 2012 को कसाब को फांसी दे दी गई।