रियलिस्टिक फिल्मों को प्राथमिकता देते हैं मनोज बाजपेयी

एंटरटेनमेंट डेस्क

मनोज बाजपेयी जो अपने रीयलिस्टिक रोल्स के लिए जाने जाते हैं, एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार मनोज अपनी बैक टू बैक रियल स्टोरी पर बेस्ड फिल्मों में काम करने के लिए सुर्खियों में हैं। अलीगढ़ के बाद एक बार फिर सत्य घटना पर आधारित फिल्म ‘ट्रैफिक’ में नज़र आएंगे। बकौल मनोज, उनकी प्राथमिकता रियलिस्टिक फिल्में ही होती हैं।

ट्रैफिक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है। जिसका बुधवार को ट्रेलर लॉन्च हुआ है। फिल्म 6 मई को रिलीज होगी। मनोज फिल्म के प्रोटोगोनिस्ट हैं। फिल्म की क्रू ने मनोज को ही फिल्म का फेस बनाया है। फर्स्ट लुक में मनोज बाजपेयी कांस्टेबल के लुक में दिखे।

2 महीने पहले आई मनोज की फिल्म अलीगढ़ भी एक रियल स्टोरी पर आधारित थी। जिसमें मनोज बाजपेयी की अदाकारी की सबने तारीफ की। मनोज इतने मंजे हुए कलाकार हैं कि जिस भी फिल्म में होते हैं, उसमें मनोज का टच जरूर आ जाता है। फिर चाहे वो गैंग्स ऑफ वासेपुर का सरदार खान हो या शूल का इंस्पेक्टर समर प्रतात सिंह, मनोज द्वारा निभाए गए हर कैरेक्टर लोगों के ज़हन में बसे हुए हैं। मनोज के खाते में तारीफों के अलावा दो नेशनल फिल्म अवार्ड और दो फिल्म फेयर पुरस्कार शामिल है।

लेकिन रियल स्टोरी पर बनने वाले फिल्म के किरदार को निभाने में उन्हें खासा आनंद आता है। मनोज ने माना कि उनकी पहली प्राथमिकता इसी प्रकार की फिल्मों को करने की ही होती है। मनोज ने आगे कहा कि वो किरदार को समझते नहीं बल्कि जीते हैं। एक किरदार को जीना आसान नहीं होता, क्योंकि हर फिल्म के लिए आपको ऐसा करना होता है। ताकि मेहनत अपनी सार्थकता को साबित कर सके। ट्रैफिक का फेस मनोज हैं तो ऐसे में ट्रैफिक से दर्शकों की उम्मीदें बढ़ती नज़र आ रहिए हैं।

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