शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले ‘समाजवादी’ परिवार में शुरू हुए आपसी घमासान को विरोधी पार्टियां मात्र सियासी ड्रामा बता रही थीं, लेकिन आज सपा संरक्षक बन कर रह गए मुलायम सिंह यादव ने खुद इस सन्दर्भ में अपना हार्दिक दुःख व्यक्त किया है। मुलायम सिंह यादव ने सार्वजनिक तौर पर स्वयं इस बात का खुलासा किया है कि अखिलेश ने इन 5 सालों में उनके अपमान की सभी सीमाएं पार कर दीं। मुलायम ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा, “जो बाप का नहीं हुआ, वो आप का क्या होगा!”
मैनपुरी में एक उद्घाटन समारोह के दौरान मुलायम सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी की नींव उन्होंने रखी, उसे राज्य स्तरीय,फिर राष्ट्रीय पार्टी का दर्ज़ा उन्होंने दिलाया और उन्हीं का इतना बड़ा अपमान किया गया। मुलायम ने कहा, ” आज तक किसी ने खुद की साख कायम रहते,खुद कुर्सी का त्याग कर, अपने बेटे को मुख्यमंत्री नहीं बनाया होगा, पर मैंने अपने बेटे को अपनी जगह मुख्यमंत्री की कुर्सी दी और उसी ने मुझे पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात दोहराते हुए कहा, ” जो बाप का सगा नहीं हुआ, वो किसी और का सगा क्या होगा!” आपको बता दें कि कन्नौज में चुनाव रैली के दौरान मोदी ने यही बात तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव में सन्दर्भ में कही थी।
मुलायम ने बेटे अखिलेश व भाई शिवपाल के बीच छिड़े युद्ध का ज़िक्र करते हुए कहा,” अखिलेश ने चाचा शिवपाल से भी उनका मंत्री पद छीन लिया। कोई अपने चाचा के साथ ऐसा नहीं करता। अखिलेश ने अपने पिता-चाचा का साथ नहीं दिया और बगावत पर उतर आये।” गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी में चाचा शिवपाल यादव को लेकर पिता मुलायम सिंह यादव व पुत्र अखिलेश यादव में घमासान युद्ध शुरू हो गया था। युद्ध इस स्तर तक पहुँच गया था कि पार्टी दो खेमों में बंट गयी थी, मुलायम-शिवपाल खेमा व अखिलेश-रामगोपाल खेमा। तमाम उठापटक के बाद अखिलेश ने खुद को पार्टी अध्यक्ष घोषित कर मुलायम को पार्टी संरक्षक का टैग थमा दिया था और पिता को थक हार कर पुत्र के सामने हथियार डालने पड़े थे।