आनंद द्विवेदी
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपने अपने दांव पेंच खेलती नज़र आ रही है। ऐसे में केंद्र समेत कई अन्य राज्यों में सत्तारूढ़ भाजपा, अपने पसंदीदा चुनावी मुद्दा “राम मंदिर” को हाशिये पर छोड़ती नज़र आ रही है। उत्तर प्रदेश में नवनिर्वाचित भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कानपुर की एक प्रेस वार्ता में कहा, “भारतीय जनता पार्टी ने राम मंदिर को कभी भी चुनावी मुद्दा नहीं बनाया है। विरोधी दल भाजपा पर आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
कानपुर में एक प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर को लेकर आश्चर्यचकित कर देने वाला बयान दे दिया। मौर्य ने कहा “राम मंदिर भाजपा और हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक है। हम विकास के मुद्दे पर ही चुनाव लड़ेंगे। राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला हो, हमें मान्य होगा।”
केपी मौर्य ने समाजवादी पार्टी और बसपा पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि, “ यदि समाजवादी पार्टी और बसपा को लगता है कि राम मंदिर चुनावी मुद्दा है तो वो ही मंदिर बनवा लें।”
भाजपा में नेतृत्व की कमी वाले सवाल पर मौर्य का कहना था, “ भाजपा में चेहरों की कोई कमी नहीं है, हम पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।”
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर समाजवादी पार्टी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए केपी मौर्य ने कहा कि, “उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। सपा सरकार के कार्यकाल में 11 हजार पुलिस कर्मियों पर हमले हुए और प्रदेश की कानून व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है।
कानपुर के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए मौर्य ने कहा कि, “हम विकास के मुद्दे पर जनता के बीच जाने वाले हैं। मोदी सरकार देश के विकास में लगी हुई है। यही वजह है कि हम हाल में ही चार राज्यों में सरकार बनाने में सफल रहे।” उन्होंने अपने भाजपा कार्याकर्ताओं और नेताओं से प्रदेश में सपा सरकार की असफलताओं और बसपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला-बोल रणनीति बनाने को कहा। उनके अनुसार सपा सरकार की वजह से ही कानपुर जैसे शहरों में बिजली पानी का अभाव है।