इंद्रकुमार विश्वकर्मा@नवप्रवाह.कॉम,
नासिक शहर और त्र्यंबकेश्वर में रविवार को दूसरा ‘शाही स्नान’ शुरू हो गया है। कुंभ मेले के दौरान लाखों लोग गोदावरी नदी में डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं। तपोभवन से रामकुंड तक शाही जुलूस में रविवार सुबह हजारों महंत, तीनों वैष्णव अखाड़ों-निर्मोही, निर्वाणी और दिगंबर के संत शामिल हुए। अब तक 30 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी लगा ली है।
इस मौके पर सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा ने आस्था की डुबकी लगाई, जबकि तट पर निर्मोही अखाड़े के पहुंचते ही श्रद्धालु बेकाबू हो गए और धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि, इस ओर किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
पहला शाही स्नान 29 अगस्त को हुआ था। तीसरा शाही स्नान 18 और चौथा शाही स्नान 25 सितंबर को होगा। नासिक कुंभ की शुरुआत 14 जुलाई को हुई थी। कुंभ मेला 25 सितंबर तक चलेगा। ढाई महीने में करीब 4 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है।
दूसरे शाही स्नान के लिए नासिक और त्र्यंबकेश्वर में सिक्युरिटी के कड़े इंतजाम है। रैपिड एक्शन फोर्स, क्विक रिस्पॉन्स टीम और राज्य रिजर्व पुलिस फोर्स के प्लाटून तैनात किए गए हैं।
नासिक के पुलिस आयुक्त एस. जगन्नाथ ने कहा, ‘हमने मदद के लिए सीमा सुरक्षा बल की टीम बुलाई है।’ स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चिकित्सा केंद्र बनाए हैं।
मान्यता है कि नासिक उन चार स्थानों में से एक है, जहां अमृत कलश से अमृत की कुछ बूंदें गिरी थीं। इस कुम्भ मेले में लाखों श्रद्धालु गोदावरी के पवित्र जल में स्नान कर अपनी आत्मा की शुद्धि और मोक्ष के लिए प्रार्थना करते हैं।