ब्यूरो
शाहजहाँपुर,
अब तक आपने अधिकारियों को गरीबों का खून चूसते तो खूब देखा और सुना होगा पर कभी किसी अधिकारी द्वारा किसी गरीब को खून देने की बात शायद ही सुनी या देखी हो। दो दिन पहले शाहजहांपुर के डीएम विजय किरण आनंद जिन्होंने एक महिला की जान बचाने के लिए ऑन ड्यूटी बिना कुछ सोचे हुए अपना खून दे दिया।
ब्लड बैंक में नही मिल रहा था। डीएम विजय किरन आनंद अपने जिस अंदाज के लिए पहचाने जाते हैं, आज उन्होंने इसे सिद्ध भी कर दिया। एक साँस की मरीज को अपना खून देकर डीएम ने उस महिला की जान बचाकर मानवता को कायम कर दिया। कलयुग में जब अपने भी साथ छोड़ देते हैं, वहां जिले के उच्च अधिकारी द्वारा एक अनजान महिला के लिए किये कार्य की जन जन में प्रशंसा हो रही है।
सोमवार को जिला अस्पताल के निरिक्षण के दौरान डीएम विजय किरन आनन्द को शहर के मोहल्ला निवासी रीना की बहन मिली। दरअसल रीना साँस की रोगी है और उसका इलाज जिला अस्पताल में ही चल रहा है। रीना को ब्लड की जरुरत थी, मगर ब्लड बैंक में एबी निगेटिव ब्लड उपलब्ध न होने के कारण रीना की बहन बार-बार ब्लड बैंक के चक्कर काट रही थी। जब डीएम ने उससे उसकी परेशानी पूछी तो उसने बताया कि अस्पताल में उसकी बहन को चढने वाला एबी निगेटिव ब्लड नही मिल पा रहा है। वह जिला अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक के कई चक्कर लगा चुकी है। इस पर डीएम ने मौके पर ही ब्लड बेंक जाकर जानकारी की।
डाक्टर ने डीएम को बताया कि ब्लड बैंक में एबी निगेटिव का एक यूनिट ही ब्लड मौजूद है। एक यूनिट ब्लड की बरेली से व्यवस्था की जायेगी। पूरी जानकारी होने पर डीएम ने डाक्टर से कहा कि उनका ग्रुप भी एडी निगेटिव है और उनका ब्लड लेकर उस लड़की को दें। डीएम ने ब्लड बैंक स्थित ब्लड डोनेट केन्द्र में जाकर अपना एक यूनिट ब्लड दान किया। डीएम द्वारा स्वयं का ब्लड देकर मरीज को बचाने के लिए किये गये कार्य की वहां उपस्थित रोगियों तथा उनके तीमारदारों ने प्रशंसा करते हुए उन्हें दुआये दी। और कहा कि इतने समय से ऐसा जिले में कोई अधिकारी नही आया जिसने रोगियों को अपना ब्लड दिया हो।