अमित द्विवेदी@नवप्रवाह.कॉम,
शनिवार को संवाददाता सम्मलेन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कश्मीर मुद्दे को खींचने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान को आड़े हाथो लिया। सुषमा स्वराज ने सम्मलेन में NSA बातचीत मामले में पाकिस्तान को साफ़ जवाब दिया।
संवाददाता सम्मलेन में स्वराज ने स्पष्ट कर दिया कि जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर विदेश सचिव ही बात करेंगे। साथ ही अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत के लिए विभिन्न लोग तय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते हैं। NSA वार्ता केवल आतंकवाद के ही मुद्दे पर होनी चाहिए।
सुषमा ने स्पष्ट किया कि भारत ने किसी भी समय वार्ता को लेकर अड़ंगा नहीं लगाया बल्कि हर बार पाकिस्तान ने ही विवाद खड़ा किया है। मुम्बई में हुए आतंकी हमले के बाद भी आतंकियों की संलिप्तता की वजह से ही वार्ता में अड़चन आई थी।
सुषमा ने पाकिस्तान की गंभीरता पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि NSA वार्ता के न्योते पर पाकिस्तान ने 22 दिनों में जवाब दिया। इससे स्पष्ट हो जाता है कि पाकिस्तान कितना गंभीर है। उन्होंने कहा कि उफा में प्रधानमंत्रियों की मुलाक़ात से लेकर अबतक 91 बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ है। इसका जवाब कौन देगा।
स्वराज ने यह भी कहा कि भारत-पाक समझौते में किसी भी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं होगा ।