Amit Dwivedi @Navpravah.com
देश में असहिष्णुता को लेकर बयानबाज़ी रुकने का नाम नहीं ले रही है। बयानबाज़ी की लिस्ट में फिल्म इंडस्ट्री से एक और नाम जुड़ गया है। दक्षिण भारतीय फिल्म के सुपरस्टार कमल हसन ने कहा है कि अवार्ड लौटाने की बातें फ़िज़ूल की हैं और वह अपना अवार्ड नहीं लौटाएंगे। उन्होंने अवार्ड लौटाने वालों को नसीहत भी दे दी कि सम्मान लौटाने वालों को विरोध का कोई और तरीका अपनाना चाहिए।
एक निजी चैनल से बात करते हुए कमल हसन ने स्पष्ट राय रखी। उन्होंने कहा कि देश में असहिष्णुता हमेशा से ही रही है, यह कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि असहिष्णुता का विरोध अवार्ड लौटा कर नहीं बल्कि बौद्धिक तरीके से किया जाना चाहिए। लेखकों को यह समझना होगा कि उनका एक लेख सम्मान वापस करने से ज़्यादा काम करेगा।
कमल हसन ने कहा कि असहिष्णुता वह है जिसकी वजह से 1947 में देश का बंटवारा हुआ था। ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि मैं उनका बिल्कुल समर्थन नहीं करता जो अपना अवार्ड लौटा रहे हैं।