लखनऊ. योगी सरकार का तीसरा अनुपूरक बजट मंगलवार (23 जुलाई) को पेश होगा। वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए यह अनुपूरक बजट पेश होगा। जानकारी के मुताबिक, राज्य के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल दोपहर 12:20 बजे विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश करेंगे।
इस बार का अनुपूरक बजट पिछले दो बार से बड़ा होगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सरकार का तीसरा अनुपूरक बजट करीब 15 हजार करोड़ का हो सकता है।
कैसे थे यूपी सरकार के पहले दो अनुपूरक बजट
योगी सरकार का पहला अनुपूरक बजट वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 11 हजार 388 करोड़ रुपये का था। वहीं, दूसरा अनुपूरक बजट वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए 8 हजार 54 करोड़ रुपये का पेश किया गया था।
पुरानी योजनाओं को मिलेगी रफ्तार
योगी सरकार ने चालू योजनाओं को आगे बढ़ाने व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणाओं पर अमल को अनुपूरक बजट में तवज्जो देने का प्रयास किया है। सूत्रों के मुताबिक, बजट का बड़ा हिस्सा पुरानी योजनाओं को रफ्तार देने के लिए आवंटित किया जाएगा।
क्या-क्या हो सकती हैं घोषणाएं
– इस बार के अनुपूरक बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर और टूरिज्म से जुड़े प्रॉजेक्ट्स पर जोर दिया जा सकता है।
– प्रदेश में प्रस्तावित एक्सप्रेसवे निर्माण परियोजनाओं का वित्त पोषण होगा।
– अनुपूरक बजट में गंगा एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए बड़ा एलान हो सकता है।
– राज्य में 14 नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए टोकन मनी की घोषणा हो सकती है।
– पर्यटन विकास से जुड़ी योजनाओं के लिए 100 करोड़ से ज्यादा का ऐलान हो सकता है।
– लखनऊ, गोरखपुर और बदायूं में पीएसी की तीन महिला बटालियनों की स्थापना के लिए अनुपूरक बजट में वित्तीय घोषणाओं का ऐलान हो सकता है।
पहले कैबिनेट से बजट प्रस्तावों को मिलेगी मंजूरी
अनुपूरक बजट पेश होने से ठीक पहले प्रदेश कैबिनेट की बैठक में बजट प्रस्तावों को मंजूरी दी जाएगी। वित्त विभाग ने इससे जुड़ी तैयारियां पूरी कर ली हैं। योगी सरकार ने केंद्र की तरह बजट के दिन ही बजट मसौदे को मंजूरी की नई परंपरा शुरू की है।