मुंबई ।। ई’रान (Iran) के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने गल्फ में अमेरिकी आर्मी की तैनाती को बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं किसी भी खतरे से निपटने के लिए अमेरिका ने पहली बार कतर में F-22 लड़ाकू विमान को तैनात किया है।
अमरीकी एयर फोर्स के केंद्रीय सैन्य कमान ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी आर्मी और अपने हितों की रक्षा के लिए एयर फोर्स के एफ-22 रैप्टर स्टील्थ फाइटरों को तैनात किया गया है।
हालांकि, ये निर्दिष्ट नहीं किया गया था कि कितने हाई-टेक प्लेनों को भेजा गया है। एक तस्वीर सामने आई है जिसमें कतर के अल उदीद एयर बेस के ऊपर से उड़ान भरने वाले 5 जेट्स को दिखाया गया है।
अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ई’रान (Iran) के साथ 2015 के बहुपक्षीय परमाणु समझौते से बाहर निकलने के बाद से तेहरान और वाशिंगटन के बीच तनाव बढ़ गया। ई’रान (Iran) और अमेरिका के बीच मामला और भी ज्यादा तब खराब हो गए जब अमेरिका ने कई तरह के प्रतिबंध ई’रान (Iran) पर लगा दिए।
बीते एक डेढ़ महीने के अंदर दोनों के बीच काफी तनाव देखने को मिला है। बीते सप्ताह ई’रान (Iran) रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने अमेरिका के एक ड्रोन को मार गिराया। इससे पहले जब ओमान की खाड़ी में दो बार तेल टैंकरों पर हमला किया गया तो अमेरिका ने ई’रान (Iran) पर आरोप लगाया। हालांकि ई’रान (Iran) ने ऐसे किसी भी हमले में हाथ होने से इनकार किया।
इसके बाद अमेरिका ने ई’रान (Iran) पर और भी अधिक सख्ती करते हुए तेहरान के कई शीर्ष नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिए। इसमें सबसे बड़ा नाम अयातुल्ला अली खामैनी और विदेश मंत्री मोहम्मद जावाद जरीफ शामिल हैं।
अमरीकी प्रतिबंधों को देखते हुए ई’रान (Iran) ने परमाणु समझौते के अंतर्गत अपनी कुछ प्रतिबद्धताओं को छोड़ने की धमकी दी है जब तक कि बाकी सदस्य- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी और रूस अमरीकी प्रतिबंधों को समाप्त करने और विशेष रूप से अपने तेल को बेचने में सहायता नहीं करते हैं।
बता दें कि बीते महीने मई में अमेरिकी एयर फोर्स ने खाड़ी क्षेत्र में कई परमाणु-सक्षम B-52 स्ट्रेटोफोर्सेट बॉम्बर्स तैनात किए। इसके जवाब में ई’रान (Iran) रक्षा विभाग द्वारा क्षेत्र में अमरीकी बलों पर हमला करने के लिए एक संभावित योजना के साथ-साथ एक विमान वाहक टास्क फोर्स बनाया।