राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को भारतीय सेना से जुड़ा एक बयान दिया था, इसी बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज संघ प्रमुख के बयान का वीडियो शेयर करते हुए उनपर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष ने आज एक निजी चैनल के वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा कि संघ प्रमुख ने अपने भाषण में सभी भारतीयों का अपमान किया है। ये हर उस इंसान का अपमान है, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दी है। यह बयान शर्मनाक है, इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरन रिजिजू ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया है कि भारतीय सेना देश का गर्व है। इमरजेंसी परिस्थितियों में देश के लोग सेना के साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं। रिजिजू ने लिखा कि भागवत जी ने कहा है कि एक आम नागरिक को सेना के जवान की तरह तैयार होने में 6-7 महीने लग जाएंगे, लेकिन आरएसएस कार्यकर्ताओं को कम समय लगेगा। संविधान इजाजत देगा, तो संघ के कार्यकर्ता सेना का सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
रिजिजू ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत किसने मांगे थे। सेना के मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस ने 2004 के बाद से ही धर्म के आधार पर सेना को बांटने की कोशिश की है। रविवार को बिहार के मुज्जफरपुर में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा था कि देश को अगर हमारी जरूरत पड़े और हमारा संविधान और कानून इजाजत दे, तो हम तुरंत तैयार हो जाएंगे। क्योंकि सेना को तैयार होने में 6-7 महीने लग जाएंगे, लेकिन हम दो से तीन दिन में ही तैयार हो जाएंगे।