उत्तर प्रदेश ।। जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों ने आतंक’वादियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए उनका सफाया कर रहे हैं। ऑपरेशन ऑलआउट के तहत सुरक्षा बल आतं’कियों पर कहर बनकर टूट रहे हैं। 16 जून तक 2019 तक सुरक्षा बलों ने 113 आतं’कियों का मार गिराया है। हालांकि इस दौरान 18 नागरिकों की भी मौत हुई है। ये जानकारी मोदी सरकार के मंत्री किशन रेड्डी ने मंगलवार को लोकसभा में दी।
लोक सभा में पेश किए गए आंकड़ों में बताया गया कि 2018 में जवानों ने 257 आतंकि’यों को मार गिराया था, जबकि 2017 में 213 और 2016 में 150 आतं’कियों मारे गए थे। यानी बीते तीन वर्षों में 733 आतंकी ढेर किए जा चुके हैं।
मंत्री रेड्डी ने बताया कि सरकार ने आतं’कियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। आतंकवाद का मुकाबला करने में सुरक्षा बल प्रभावी और निरंतर कार्रवाई कर रहे हैं। सुरक्षा बल उन व्यक्तियों पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं जो आतंकवादियों को समर्थन देते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का विरोध करते हैं।
जवानों को इस साल सबसे बड़ी सफलता 23 मई को मिली थी, जब जाकिर मूसा को एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था। जाकिर मूसा को कश्मीर के त्राल में हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया था। मूसा आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का पूर्व कमांडर था और अब अलकायदा से जुड़ा समूह चलाता था।
जवानों ने 2018 में जम्मू और कश्मीर में सक्रिय अबु मतीन, अबु हमास, समीर अहमद भट उर्फ समीर टाइगर, सद्दाम पड्डार, अबु कासिम, अबु माविया, मन्नान वानी, मेहराजुद्दीन बांगरू, सब्जार अहमद सोफी, जावेद नट और जहूर अहमद ठोकार जैसे आतंकवादियों को मार गिराया था।
एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने तक जो आतंकी मारे गए हैं उनमें 25 विदेशी और 76 स्थानीय हैं। ये आतंकी जैश ए मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े थे।