भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रही एकदिवसीय श्रृंखला में भारतीय टीम 4-1 से आगे है। दक्षिण अफ्रीकी टीम के श्रृंखला हारने के बाद पूर्व बल्लेबाज जैक कैलिस ने कहा कि यह बात सच है कि हमारे पास विश्वस्तरीय स्पिन गेंदबाज नहीं हैं। हम युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का सामना केवल इसलिए नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि हमारे घरेलू सर्किट में इस तरह के गेंदबाजों से सामना नहीं होता है।
दक्षिण अफ्रीका में खेली जा रही 6 मैचों की सीरीज के दौरान युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव पहले पांच वनडे मैचों में ही मेजबान टीम के 30 विकेट चटका चुके हैं। इनमें से 16 विकेट कुलदीप यादव ने लिए, जबकि बाकी 14 विकेट युजवेंद्र चहल ने चटकाए। इसपर कैलिस ने कहा कि हमारे घरेलू क्रिकेट में स्पिन गेंदबाजी पर ज्यादा फोकस नहीं किया जाता है। इस सीरीज से सबक लेते हुए हमें भी इस ओर ध्यान देना होगा। अच्छे लेग ब्रेक गेंदबाजों को समझने में समय लगता है। हमें स्वीकार करना होगा कि हमारे पास विश्वस्तरीय लेग स्पिनर नहीं हैं।भारतीय टीम का दौरा हमारे युवाओं के लिये सबक की तरह रहा है। हम इस दौरे से बहुत कुछ सीखे हैं।
कैलिस ने कहा कि लेग स्पिनरों का सामना करने के लिये कोई परफेक्ट तकनीक नहीं होती। अनुभव के साथ ही खिलाड़ी स्पिन गेंदबाजी को खेलने में परिपक्व होता चला जाता है। कैलिस का मानना है कि लेग ब्रेक गेंदबाजी को समझने के दो तरीके हैं। बल्लेबाज या तो कलाई से ही गेंद को भांप लें और उसके मुताबिक शॉट खेले। इसके अलावा वह गेंद के आने का इंतजार करे और फिर उसे सही दिशा में खेलने को लेकर निर्णय ले।
हम जितना ज्यादा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे, उतना ही समझ जायेंगे। हर कोई संकट से निकलने का अपना तरीका ढूंढ ही लेता है। कैलिस ने आगे कहा कि दक्षिण अफ्रीका को अब पता चल गया होगा कि एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस जैसे बल्लेबाजों के चोटिल होने के बाद उनकी बल्लेबाजी में गहराई नहीं है। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा।