नई दिल्ली ।। जम्मू-कश्मीर में हिंदुस्तान-पाकिस्तान सीमा पर दुश्मन को सबक सिखाने के लिए हिंदुस्तानीय सेना को ऐसा अचूक हथियार मिला है जिससे पलक झपकते ही देश के दुश्मनों का सफाया किया जा सकता है।
अपने स्नाइपर और बैट टीम के जरिए अक्सर हिंदुस्तानी जवानों को छुपकर निशाना बनाने वाले कायर पाकिस्तान से बदला लेने के लिए केंद्र सरकार हिंदुस्तानी आर्मी को बैरेट एम 95।50 जैसे अत्याधुनिक स्नाइपर से लैस कर रही है ताकि हर मोर्चे पर दुश्मन के दांत खट्टे किए जा सकें।
पाकिस्तान को अब उसी के चाल और भाषा में जवाब देने के लिए 95।50 बीएमजी और ब्रेटा स्कार्पियो टीजीटी विक्ट्रिक्स।338 लापुआ मैग्नम स्नाइपर से जवानों को लैस किया गया है। जब से यह खतरनाक हथियार हिंदुस्तानीय सेना के वीरों को मिला है तब से पाकिस्तान भी घबराया हुआ है।
सेना के वरिष्ठ अफसरों के अनुसार, पूरे जम्मू-कश्मीर और एलओसी पर तैनात जवानों को इस अत्याधुनिक स्नाइपर से लैस करना शुरू कर दिया गया है। यह मार्च महीने से शुरू किया गया है और कई चिन्हित महत्वपूर्ण जगहों पर जहां पाकिस्तान के स्नाइपरों की गतिविधि ज्यादा है वहां हिंदुस्तान ने इस नए स्नाइपर गन से जवानों को लैस कर दिया है। खासबात यह है कि इंटरनेशनल बॉर्डर पर कुछ जगह BSF के स्नाइपरों को भी यह रायफलें दी गई हैं।
बैरट एम 95.50 की सबसे बड़ी खूबी ये है कि ये किसी भी कठोर से कठोर धातु को भी भेद सकता है। इतना ही नहीं इस रायफल के जरिए हमारे स्नाइपर बिना किसी की नजर में आए दुश्मन को ढेर कर सकते हैं। अमेरिका में निर्मित इस बैरेट एम 95.50 को एएमआर के नाम से भी जाना जाता है।
जवानों और अफसरों को इस रायफल को चलाने की ट्रेनिंग देने के लिए अमेरिका और इटली से ट्रेनर बुलाए गए हैं। पहले चरण में एलओसी पर तैनात सैन्य यूनिटों के स्नाइपरों को इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है। बता दें कि हिंदुस्तानीय सेना अब तक रूस में बनी द्रागनोव स्नाइपर रायफल का प्रयोग करती थी और इसके मारक क्षमता 800 मीटर तक ही थी। जबकि पाकिस्तान आर्मी अमेरिकी सेना की स्नाइपर एम4 सीरीज की बंदूकें प्रयोग कर रही थी।