उत्तर प्रदेश ।। दारू के प्रेम ने रामप्रकाश की बॉडी को नष्ट कर दिया था। शराबखोरी की वजह से कमाई पर भी ग्रहण था। ऐसे में आए दिन परिवार में रुपयों और रोटी के इंतजाम को लेकर झगड़ा होता था। विवाद को खत्म करने के लिए प्रेम जीजा को बुलाया जाता था। आए दिन की पंचायत का असर ये हुआ कि रामप्रकाश की शराब तो नहीं छूटी, लेकिन पीड़ित पत्नी को जीजा से प्यार हो गया।
मामला कानपुर जिले का है। बीते 5 जून को मियां-बीबी में फिर बवाल हुआ। शाम को पंचायत के लिए फिर प्रेम को बुलाया गया। समझाइश के बाद दारू पार्टी शुरू हुई। बोतल कम पड़ गई तो जीजा ने रुपए निकालकर दिए और रामप्रकाश को ठेके पर भेज दिया। वापस आया तो नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। उसकी बीवी और जीजा बाथरुम में आपत्तिजनक हालत में थे। पति को देखकर बेवफा पत्नी सहम गई और तुरंत गलती के लिए रोने-गिड़गिड़ाने लगी।
आपको बता दें कि बेवफा पत्नी के साथ रामप्रकाश ने प्रेम विवाह किया था, इसलिए प्रेम के आंसू देखकर पिघल गया। उसने पत्नी को माफ कर दिया, लेकिन शर्त थी कि जीजा को मौत के घाट उतारने में सहयोग करना होगा। बेवफा पत्नी तैयार हुई तो रामप्रकाश ने लोह की राड से जीजा प्रेम कोरी को लहुलुहान करने के बाद रबर की रस्सी से गला दबाकर हत्या की। इसके बाद लाश को घर में छिपाकर रखा।
जानकारी के मुताबिक, रात लगभग 3 बजे लाश को बोरे में बंद करने के बाद E-रिक्शा पर लादा और पिपरौली पुल के पास फेंक दिया। इस शव को बर्रा पुलिस ने 6 जून को बरामद किया था। फोन लोकेशन व कॉल रिकार्ड के आधार पर पुलिस ने रामकली और रामप्रकाश को हिरासत में लेकर सवाल-जवाब किए तो बीते दिन हत्याकांड का खुलासा हो गया।