मुंबई।। अमेरिका की दादागिरी ने एक और समृद्ध देश को तबाही की कगार पर पहुंचा दिया है। अमेरिकी बैनों की वजह से इस देश की अर्थ व्यवस्था इतनी खस्ताहाल हो चुकी है कि यहां लोगों को पेट भरने व पीने के पानी के लिए भी जूझना पड़ रहा है। यहां 25 हजार की एक रोटी बिक रही है।
Economy के मामले में इस देश की स्थिति भी वेनेजुएला जैसी होने को है। बस फर्क इतना है कि इस देश के लोग अमेरिका के विरूद्ध एकजुट हैं और सरकार देशवासियों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव सहायता कर रही है।
यहां हम बात कर रहे हैं तेल भंडार वाले देश ईरान की। इस देश की कुल राष्ट्रीय आय का आधा भाग कच्चे तेल के निर्यात से हुआ करता था। अमेरिकी बैनों के कारण से ईरान की तेल निर्यात से होने वाली आय लगभग बंद हो चुकी है। अपने परमाणु कार्यक्रमों की वजह से ईरान को लगभग 40 साल से निरंतर विभिन्नत तरह के अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है।
12 जून 2019 को अमेरिकी ड्रोन को मार गिराने के बाद ईरान पर बैन और कड़े कर दिए गए हैं। दरअसल, अमेरिका नहीं चाहता है कि ईरान परमाणु शक्ति बने। अमेरिका के मुताबिक, ईरान का परमाणु शक्ति बनना पुरे विश्व के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।