डोनाल्ड ट्रंप ने इन 5 देश से मांगी मदद, कहा- ईरान के आतंक के खिलाफ आएं साथ

वर्ल्ड डेस्क। अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के चलते युद्ध के हालात बनते दिखाई दे रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने देश को संबोधित किया है। देश के संबोधन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने ईरान को बड़ी चेतावनी दी है। Trump ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे राष्ट्रपति रहते ईरान कभी परमाणु शक्ति नहीं बन पाएगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अब ईरान के खिलाफ ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन को एकजुट होकर साथ देना चाहिए। ईरान के साथ बढते टकराव के बीच ट्रंप ने कहा कि ईरान के विनाशकारी बर्ताव को लंबे समय तक दुनिया ने बर्दाश्त किया। राष्ट्र के नाम संबोधन में ट्रंप ने कहा कि अब समय आ गया कि ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन को सच्चाई को समझना चाहिए और साथ ही ईरान के साथ साल 2013 में की गई मूर्खतापूर्ण परमाणु डील को खत्म करना चाहिए।

ट्रंप ने ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस और चीन से अपील करते हुए कहा कि अब हमको मिलकर ईरान के साथ एक नई डील करनी चाहिए, ताकि दुनिया को सुरक्षित और पीसफुल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों ने मिडिल ईस्ट समेत अन्य क्षेत्र में ईरान के विनाशकारी व्यवहार को लंबे समय तक बर्दाश्त किया, लेकिन अब वो दिन बीत चुके हैं। ट्रंप ने ईरान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप भी जड़ा।

उन्होंने कहा कि ईरान आतंकवाद का प्रयोजक है। उसके परमाणु हथियार हासिल करने से दुनिया को खतरा पैदा हो जाएगा, जो हम कभी नहीं होने देंगे। ट्रंप ने कहा कि पिछले हफ्ते हमने दुनिया के सबसे बड़े आतंकी कासिम सुलेमानी को ढेर कर दिया था। वह अमेरिकियों के लिए खतरा बन गया था। सुलेमानी को बहुत पहले ही मार दिया जाना चाहिए था। सुलेमानी को मार कर हमने आतंकवाद को कड़ा संदेश दिया है।

ट्रंप ने ईरान के मिसाइल हमले में 80 अमेरिकियों के मारे जाने के दावे को भी खारिज कर दिया। ट्रंप ने कहा कि ईरान ने 16 मिसाइलें दागी और इस हमले में किसी भी अमेरिकी सैनिक की मौत नहीं हुई है और न ही कोई बड़ा नुकसान हुआ है।

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