बिजनेस डेस्क. प्रधानमंत्री जनधन योजना (Pradhan Mantri Jandhan Yojna) के तहत जीरो बैलेंस (Zero Balance) पर खोले गए खाते अब बैंकों के लिए सिर दर्द बनते जा रहे हैं, क्योंकि यूपी (UP) में करीब तीन करोड़ 86 लाख ग्राहक ही इन खातों का उपयोग पैसा निकालने व जमा करने के लिए कर रहे हैं। जबकि शेष एक करोड़ 33 लाख 85 हजार ग्राहक निष्क्रिय है।
इन्होंने पिछले एक वर्ष में वित्तीय लेन-देन नहीं किया है, जबकि यूपी में करीब पांच करोड़ 20 लाख जनधन खाते हैं। हालांकि बैंक अधिकारी बजट में ओवर ड्रॉफ्ट और जनधन खाताधारकों को लोन की सुविधा देने से ये मान रहे हैं कि जनधन खाता खोलने की संख्या बढ़ेगी। इसके अलावा निष्क्रिय खाताधारक अपना अकाउंट चालू रखेंगे।
वर्ष 2014 को जनधन योजना की शुरुआत हुई थ, केंद्र सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति को बैंकों से जोड़ने के लिए पांच साल पहले 28 अगस्त 2014 को जनधन योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत विभिन्न बैंकों में हर आय-वर्ग के परिवारों के खाते जीरो बैलेंस पर खुलवाकर एटीएम सहित सभी प्रकार की उपयोगी सामग्री प्रदान की गई थी।