राजेश सोनी | Navpravah.com
सर्वोच्च न्यायालय के 4 न्यायाधीशों (चेलामेश्वर, रंजन गोगोई, मदन भीमराव और कुरियन जोसेफ) ने शुक्रवार को ऐतिहासिक प्रेस वार्ता की। ये प्रेस वार्ता न्यायाधीश चेलामेश्वर के घर पर हुई। चेलामेश्वर ने कहा कि पिछले 2 महीनों से सर्वोच्च न्यायालय का प्रशासन ठीक से नहीं चल रहा है। चेलामेश्वर ने इस तरह मुख्य न्यायाधीश के कामकाज पर ही सवाल उठा दिए। इस प्रेस वार्ता के बाद सर्वोच्च न्यायालय के चार जजों का मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा से मतभेद सार्वजनिक हो गए हैं।
बता दें कि न्यायाधीश चेलामेश्वर, दीपक मिश्रा के बाद दूसरे नंबर की हैसियत रखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि न्यायपालिका के इतिहास में यह घटना ऐतिहासिक है। पहली बार सर्वोच्च न्यायलय के न्यायधीशों को सामने आने पड़ा है। इससे न्यायपालिका में संकट उभर गया है। वहीं इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद से बातचीत की।
चेलामेश्वर के कहा कि हम लोगों ने मुख्यन्यायधीश से कहा था कि चीजें सही से नहीं चल रही हैं और मुख्य न्यायाधीश ने सुधार के लिए कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। इसलिए हमारे पास देश को जानकारी देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। हमने ऐसा इसलिए किया ताकि इस संस्थान की अहमियत बरकार रखी जा सके।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़, मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्र कुछ ही देर में प्रेस वार्ता करने वाले हैं, उनके साथ इस प्रेस वार्ता में अटोर्नी जनरल भी मौजूद होंगे।