लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ यूनिवर्सिटी में इस वर्ष छात्रों के आवेदन कम आने के कारण परास्नातक के पांच कोर्स बंद होने की कगार पर हैं। एमएससी मास कम्युनिकेशन, एमए फ्रेंच और एमए बिजनेस इकोनॉमिक्स में कम आवेदनों के चलते काउंसलिंग ही नहीं कराई गई है जबकि दो कोर्सों में आवेदन तो है, लेकिन दाखिला लेने छात्र नहीं पहुंचे। इसकी वजह से इन कोर्सो को इस साल नहीं चलाया जाएगा।
कार्यवाहक कुलसचिव अरुण कुमार यादव ने कहा कि एमए इन डिफेंस स्टडीज, एमएससी इन टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट के लिए एक बार कांउसिलिंग करने पर विचार हो सकता है। अगर इन सभी कोर्स में 60 प्रतिशत सीटें भरेंगी तभी कोर्स संचालित होंगे। अन्यथा इन कोसरें को भी एमएससी इन मॉस कॉम, एमए फ्रेंच और बिजनेस इकोनॉमिक्स की तरह बंद करना पड़ेगा।
विश्वविद्यालय के प्रवेश समन्वयक प्रो। अनिल मिश्र ने बताया कि सेल्फ फाइनेंस कोर्स चलाने के लिए कुल सीटों के 60 प्रतिशत पर छात्रों के दाखिले होना जरूरी है। इनमें एमए इन डिफेंस स्टडीज में कुल 25 सीटें हैं, जिसमें 19 ने प्रवेश परीक्षा दी थी, लेकिन काउंसलिंग में 15 से भी कम छात्र शामिल हुए। ऐसे में इस कोर्स को नहीं चलाया जा सकता।
एमएससी टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट में 30 सीटों पर 19 ने प्रवेश परीक्षा दी थी लेकिन उसमें भी काउंसलिंग में 18 से कम छात्र शामिल हुए। इसके अलावा एमएससी मास कम्युनिकेशन, एमए फ्रेंच और एमए बिजनेस इकनॉमिक्स में भी बहुत कम आवेदनों के चलते काउंसलिंग नहीं कराई गई।