जे.एस. पाण्डेय,
शादी ब्याह वाले घरों में मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसले का कड़ा विरोध हो रहा है, क्योंकि शगुन से लेकर तमाम अन्य इंतज़ाम वे कैश के बिना नहीं कर पा रहे है । इसके अतिरिक्त कई अलग अलग क्षेत्रों से लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगा रहे हैं कि नोट की वैधता को बढ़ाया जाए। लेकिन इस परिस्थिति में यदि हम थोड़ी सी समझदारी अपनाएं, धैर्य रखें व इस बड़े बदलाव को व्यक्तिगत न समझकर राष्ट्र हित की भावना से सोचें, तो समस्या अपने आप कम लगने लगेगी।
अपनाएं ये उपाय-
1: यदि लड़की व लड़का, दोनों पक्ष अपनी सोच थोड़ी सी व्यापक बनाएं, ये सोचें कि इस फैसले से उनकी शादी में थोड़ी सी दिक्कत ज़रूर होगी, लेकिन देश की तरक्की होगी, आतंकवाद का खत्म होगा, उनकी आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगा, तो शायद उन्हें यह समस्या नगण्य लगने लगेगी, व यह शादी सभी के लिए यादगार शादी साबित हो जायेगी।
2: आपको जो भी लेन देन करना है, वह चेक द्वारा कर लें या शादी के बाद करें। दोनों ओर से रिश्तेदारी जुड़ रही है तो एक दूसरे पर भरोसा रखें।
3: आपके पास जो भी कैश हो, बैंक में डाल दें। कैश जमा करने में ज्यादा परेशानी नहीं है।
4: कैटरिंग वाले से लेकर जौहरी तक, बड़े बड़े जितने खर्च हैं, उनको एडवांस चेक दे दें। दूसरे दिन चेक क्लियर हो जाता है। उनसे पैसे की रसीद लेना न भूलें। तीसरे दिन सामान हाज़िर।
5: कैटरिंग वाले जहां से सामान लेते हैं, वहां उनका व्यवहार रहता है। उनसे सामान लें उन्हें चेक दे दें। यह एक सामान्य व्यवस्था है। लोगों में समझदारी यह होनी चाहिए कि नकद देना यदि समस्या है, और आप रिश्तेदार बनने जा रहे हैं, तो एक दूसरे की समस्याओं को समझें और छोटी समस्याओं को नजरंदाज करें।
6: देश कल्याण की भावना रखें। पूरी अर्थव्यवस्था में इतनी बड़ी अर्थ क्रांति लाने के लिए पूरे देशवासियों का सहयोग, श्रद्धा और त्याग जरूरी है।
ऐसे संकट की घड़ी में भारत वासी जिस निष्ठा धैर्य और उत्साह के साथ समस्याओं का सामना कर रहे हैं, यह दर्शाता है कि पूरे देश की जनता देश में एक अद्दभुत क्रांति चाहती है।