एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
अमेरिकी सरकार ने देश के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की हत्या से संबंधित फाइलें जारी की हैं लेकिन कई फाइलें ऐसी भी हैं, जिन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर जारी नहीं किया गया है। नेशनल आर्काइव ने एक बयान में कहा कि उसने 22 नवंबर 1963 में डलास में हुई कैनेडी की हत्या के संबंध में ट्रंप के आदेश पर 2891 रिकॉर्ड जारी किए हैं। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों के अनुरोध पर ट्रंप कुछ फाइलों को जारी नहीं करने पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने 180 दिनों में उनकी समीक्षा करने का आदेश दिया है।
1992 में अमेरिकी संसद में आए एक कानून के मुताबिक, राजनीतिक हत्याओं के संबंधित दस्तावेजों को 25 साल के भीतर रिलीज किया जा सकता है। बस उन्हीं परिस्थितियों में इन दस्तावेजों को नहीं रिलीज किया जा सकता, जब राष्ट्रपति को यह महसूस हो कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। अमेरिकी अखबार द गार्जियन में छपी एक खबर में केनेडी पर किताब लिखने वाले प्रोफेसर लैरी सैबाटो ने कहा कि केनेडी की हत्या के बारे में अमेरिकी लोगों को जानने का अधिकार है। उन्हें ये जानने का अधिकार है कि केनेडी की हत्या के मामले में पूर्ववर्ती सरकारों ने उनसे क्या छिपाया है?
केनेडी की हत्या से संबंधित तकरीबन 3000 फाइलों में से सरकार ने 300 फाइलें राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रिलीज नहीं की हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप सरकार द्वारा इन फाइलों को रिलीज न किए जाने ने अब भी लोगों के बीच कॉन्सपिरेसी थ्योरी को जिंदा छोड़ दिया है। कई लोग सरकार पर आरोप लगाते रहे हैं कि पूर्ववर्ती सरकारों ने केनेडी मामले से सच्चाई छिपाई है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति ने एजेंसियों से अभूतपूर्व पारदर्शिता की मांग की है और उन्हें बिना देरी के कम से कम काट छांट करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि नेशनल आर्काइव केवल दुर्लभ परिस्थितियों में ही काट छांट करके 26 अप्रैल 2018 की अंतिम समय सीमा तक और रिकॉर्ड जारी करेगा। इससे पहले नेशनल आर्काइव ने 24 जुलाई को 3810 संबंधित रिकार्ड जारी किए थे।