नृपेंद्र कुमार मौर्य | navpravah.com
नई दिल्ली | भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ के तहत पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं। इन हमलों में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे उसकी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ा है।
ड्रोन हमलों में पाकिस्तानी रक्षा प्रणाली को भारी क्षति
भारतीय सेना द्वारा किए गए ड्रोन हमलों में पाकिस्तान के सियालकोट, लाहौर, कराची, रावलपिंडी, बहावलपुर, मियांवाली, चकवाल, गुजरांवाला, अटक और चोर जैसे शहरों में स्थित एयर डिफेंस यूनिट्स को निशाना बनाया गया। इन हमलों में पाकिस्तान की आधुनिक HQ-9 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को गंभीर नुकसान हुआ है। लाहौर के वाल्टन एयरपोर्ट के पास जोरदार धमाकों की आवाज सुनाई दी, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सायरन बजने लगे। स्थानीय नागरिकों ने आसमान में धुएं के बड़े-बड़े बादल देखे।
पाकिस्तानी हमले नाकाम, भारतीय एयर डिफेंस रहा मुस्तैद
पाकिस्तान ने 7 और 8 मई की दरमियानी रात को ड्रोन और मिसाइलों के ज़रिए जम्मू, श्रीनगर, अमृतसर, पठानकोट, भटिंडा, चंडीगढ़ और गुजरात के भुज जैसे शहरों पर हमलों की कोशिश की। लेकिन भारतीय काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम की तैनाती ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया। भारतीय एजेंसियों ने कई स्थानों से हमलों के मलबे बरामद किए हैं, जिससे पाकिस्तानी साजिशों की पुष्टि होती है।
एलओसी पर भी फायरिंग तेज, नागरिकों की मौत
पाकिस्तानी सेना ने एलओसी के पुंछ, राजौरी, उरी, कुपवाड़ा और बारामुल्ला सेक्टरों में मोर्टार और भारी आर्टिलरी से फायरिंग बढ़ा दी है। भारतीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों में अब तक 16 निर्दोष नागरिकों की मौत हो चुकी है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच मासूम बच्चे शामिल हैं।
भारत की चेतावनी: शांति चाहते हैं, लेकिन कमजोरी नहीं
भारत सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय सेना शांति बनाए रखने के पक्ष में है, लेकिन यदि पाकिस्तान उकसावे वाली कार्रवाई करता है, तो उसे उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा। “हम तनाव नहीं चाहते, लेकिन अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे,” यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और कूटनीतिक गतिविधियां
रॉयटर्स और अन्य अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों की रिपोर्ट में लाहौर और अन्य शहरों में हुए हमलों की पुष्टि की गई है। अमेरिका, रूस और संयुक्त राष्ट्र की ओर से दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की जा रही है। हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई आत्मरक्षा और जवाबी हमला है