नृपेंद्र कुमार मौर्या| navpravah.com
नई दिल्ली| भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। दोनों देशों की सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं। पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर किए गए हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसके बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और उसने भारत पर हवाई हमले की नाकाम कोशिशें की हैं। दिलचस्प बात यह है कि भारत और पाकिस्तान—दोनों ही देशों की सेनाएं रात में ही हवाई हमले कर रही हैं। आखिर रात का समय ही क्यों चुना जा रहा है? इस सवाल का जवाब जानना जरूरी है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव
भारत ने 7-8 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया। इस हमले में भारत ने मिसाइल, ड्रोन और फाइटर जेट्स की मदद से आतंकियों के अड्डों को निशाना बनाया। इसके बाद 8-9 मई और फिर 9 मई की रात को पाकिस्तान की ओर से भारत में घुसपैठ और जवाबी हवाई हमले की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना ने इन सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया।
रात को किए गए इन हमलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दोनों देशों की सेनाएं दिन की बजाय रात को ही ऐसे ऑपरेशन अंजाम देना अधिक सुरक्षित और कारगर मान रही हैं। इसके पीछे कई रणनीतिक, तकनीकी और कूटनीतिक कारण हैं।
क्यों होते हैं रात में हवाई हमले? जानिए चार प्रमुख वजहें
1. अंधेरे में छिपने की आसानी
रात के अंधेरे का फायदा यह है कि मिसाइलें, ड्रोन और फाइटर जेट्स दुश्मन की नजरों से बच सकते हैं। खासकर ड्रोन जैसे छोटे उपकरणों को अंधेरे में देखना मुश्किल होता है और कई बार वे रडार की पकड़ से भी बाहर रह जाते हैं। आम लोग भी रात के समय अपने घरों में होते हैं, जिससे ऑपरेशन गुप्त और कम जोखिम वाला होता है।
2. जवाबी कार्रवाई का खतरा कम
रात के समय हमला करने से दुश्मन देश के पास तुरंत प्रतिक्रिया देने का समय नहीं होता। अंधेरे में फौरन जवाबी हमले की रणनीति बनाना मुश्किल होता है, क्योंकि रात में सीमित संसाधन, कम विजिबिलिटी और कम मैनपावर के चलते जवाब देना चुनौतीपूर्ण होता है।
3. आधुनिक तकनीक की ताकत
आज की सेनाएं तकनीकी रूप से अत्यधिक उन्नत हो चुकी हैं। फाइटर जेट्स में नाइट विजन, थर्मल इमेजिंग और GPS गाइडेड मिसाइल जैसी तकनीकें होती हैं, जो रात में भी सटीक निशाना लगाने की क्षमता रखती हैं। भारतीय सेना ने भी ऑपरेशन सिंदूर में इन आधुनिक तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल किया, जिससे दुश्मन के ठिकाने सटीकता से नष्ट किए जा सके।
4. सिविलियन कैजुअल्टी से बचाव
किसी भी सैन्य हमले के दौरान नागरिकों की मौत एक गंभीर मुद्दा होती है। यदि दिन में हमला होता है, तो आम नागरिकों के खुले में रहने की संभावना अधिक होती है। इससे जान-माल का नुकसान ज्यादा हो सकता है, जिससे हमलावर देश की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचता है। रात को जब अधिकांश लोग अपने घरों में होते हैं, तब हवाई हमले से सिविलियन कैजुअल्टी की आशंका कम हो जाती है|