न्यूज़ अपडेट | Navpravah Desk
अमेरिका की सुरक्षा एजेंसी एफबीआई और होमलैंड सुरक्षा विभाग जल्द ही एक चेतावनी चीन को देंगे। यह चेतावनी साइबर अटैक से सम्बंधित है। अमेरिका का मानना है कि चीन के कुछ बेहद शातिर हैकर्स अमेरिका की कोरोना वायरस की वैक्सीन रिसर्च को चोरी करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा प्रयास चीन की तरफ से बार-बार किया जा रहा है जो कि एक प्रकार का साइबर हमला है और ऐसा साइबर हमला चीन द्वारा लाभ कमाने के लिए किया जा रहा है।
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न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक विस्तृत रिपोर्ट में यह दावा किया जा रहा है कि चीन के हैकर्स द्वारा चोरी का ऐसा प्रयास किया जा रहा है। यहां तक कि अमेरिका के मित्र देश साउथ कोरिया, वियतनाम आदि ने भी अपने साइबर सिक्योरिटी के लिए जिम्मेदार हैकर्स को वायरस संबंधी सतर्कता बरतने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
चीन के विरुद्ध साइबर हमले कि इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की तैयारी अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों द्वारा की जा रही है, जिसे जल्द ही आरोप के तौर पर सामने लाया जाएगा। इसमें यह आरोप लगाया जाएगा कि, “चीन अमेरिका के महत्वपूर्ण इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी और पब्लिक हेल्थ डाटा ( वैक्सीन ट्रीटमेंट और टेस्टिंग संबंधी जानकारियां) चुराने का अवैधानिक काम कर रहा है।”
अमेरिका द्वारा यह भी दावा किया जा रहा है कि वह चीन की तरफ़ से होने वाले किसी भी साइबर अटैक से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है। रिपोर्ट के मुताबिक यह ठीक वैसा ही है जैसा कि अमेरिका के 2018 मध्य अवधि चुनाव के दौरान रूसी हैकर्स ने अमेरिका के चुनावी डेटा से छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी और बदले में अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी द्वारा रूस में चेतावनी के तौर पर गैर गम्भीर वायरस भेज कर चेताया गया था।
रिपोर्ट की मानें तो जल्द ही अमेरिकी अधिकारी चीन के विरुद्ध साइबर अटैक की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी।