सौम्या केसरवानी| Navpravah.com
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया है, मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मुझे 13 साल राज्य की सेवा करने का मौका मिला, मैंने मुख्यमंत्री बनकर नहीं परिवार का सदस्य बनकर सरकार चलाने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि, जिस वक्त हमने सत्ता संभाली थी प्रदेश बदहाली की स्थिति में था, सड़क, बिजली पानी जैसे मुददे अहम थे, मुझे गर्व है ये कहते हुए कि आज आप चाहे बिजली, पानी, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, सिंचाई सभी में भरसक कोशिश की कि प्रदेश को विकास की गति में लाया जाए।
शिवराज सिंह ने कहा, किसी का दिल दुखे, ऐसा काम मैं कभी नहीं करता हूं, अगर मेरे कार्यकाल के दौरान साढे 7 करोड़ मध्य प्रदेश वासियों का यदि दिल दुखा हो तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं, हम हमारे केंद्रीय नेतृत्व के आभारी हैं।
शिवराज सिंह ने कहा कि, केंद्र की इतनी बेहतरीन योजनाओं, राज्य सरकार की बेहतरीन योजनाओं के बावजूद भी यदि राज्य में हम हारे हैं तो इसके लिए जिम्मेदार मैं हूं, उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में जो वचन दिए है मुझे विश्वास है कि कांग्रेस अपने वायदे को पूरा करेगी।
प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, मैं मध्य प्रदेश के सभी मीडिया बंधुओं का आभारी हूं, हमें अपेक्षाओं के अनुरूप परिणाम नहीं मिले, हमारे विपक्षी दल कांग्रेस को भी जनता ने स्पष्ट जनादेश नहीं दिया है, वोट प्रतिशत में हम कांग्रेस से आगे है, लेकिन लोकतंत्र में संख्या का महत्व है, थोड़ी सी सीट कांग्रेस की ज्यादा आई है, एमपी की जनता के इस आदेश का हम सम्मान करते हैं।
इससे पहले अपने किए गए अपने ट्वीट में शिवराज सिंह ने कहा कि, पीएम मोदी जी, बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह जी सहित सभी केंद्रीय मंत्रियों और संगठन के वरिष्ठ साथियों को अभूतपूर्व सहयोग करने के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।