राजेश सोनी | Navpravah.com
कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अपने विवादित बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। कुछ दिन पहले ऐसा ही एक बयान उन्होंने भारत सरकार को चुनौती देते हुए दिया था। अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा था कि अगर किसी में हिम्मत हो, तो कश्मीर के लालचौक पर जाकर तिरंगा लहराकर दिखाए। शिवसेना ने अब्दुल्ला की चुनौती को स्वीकार किया था।
बता दें कि फारूक अब्दुल्ला के इस चुनौती को स्वीकार करते हुए, जम्मू के 9 शिवसैनिक अपने हाथ में भारत का तिरंगा लेकर लालचौक पहुँच गए थे। वहां जाकर इन शिवसैनिकों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। बाद में इन्हें पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया।
गौरतलब है कि फारूक ने कुछ दिन पहले विवादित बयान दिया था कि अगर भारत सरकार और यहाँ के लोगों में दम हो तो कश्मीर के लालचौक पर देश का तिरंगा लहराकर दिखाए। अब्दुल्ला ने आगे कहा कि पीओके में तिरंगा लहराना भारत के लिए तो दूर की बात है पहले कश्मीर में तो तिरंगा लहराकर दिखाओ। इस बयान पर शिवसैनिकों ने कदम उठाया और वे लालचौक पर तिरंगा लेकर पहुँच गए।