सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से चुनावों में बड़ी कामयाबी हासिल कर देश के 21वें राज्य पर अपना कब्जा जमा लिया है। अब देश के करीब 70 फीसदी से ज्यादा हिस्से पर भाजपा का कब्जा है।
एक बार फिर से भाजपा की जीत का सबसे बड़ा चेहरा पीएम मोदी ही रहे। तमाम दावों को झुठलाते हुए भाजपा ने कांग्रेस को उसके सबसे बड़े किले से बाहर कर दिया। भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाती दिख रही है, जनता दल सेक्युलर ने अपना प्रदर्शन तो सुधारा, लेकिन लगता नहीं कि भाजपा को वह अपने दम पर सरकार बनाने से रोक पाएगी।
कांग्रेस एक बार फिर से राहुल गांधी के तमाम प्रयासों के बावजूद अपनी सत्ता नहीं बचा पाई, गुजरात के बाद उसे यहां बड़ी उम्मीद थी, लेकिन कर्नाटक में भी उसे निराशा ही मिली। पीएम मोदी ने यहां कुल 21 रैलियां की, ये प्रधानमंत्री मोदी के आक्रामक चुनाव प्रचार का ही नतीजा रहा कि कर्नाटक के 6 में से 5 क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिली।
कर्नाटक चुनाव में एक बार फिर से दिखा दिया कि इस समय देश में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जैसा चुनाव मैनेजमेंट करने वाला कोई दूसरा व्यक्ति नहीं है। सिद्धारमैया के खिलाफ पिछले पांच साल में ऐसी कोई लहर नहीं थी, जिसे बड़ा मुद्दा बनाया जा सके।
एक बार फिर से भाजपा के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने मजबूत किले बंदी की, उन्होंने चुनाव से छह महीने पहले ही अपने कार्यकर्ताओं को कर्नाटक के अलग अलग क्षेत्रों में भेज दिया। यहां तक कि कई कार्यकर्ता तो ऐसे रहे, जिन्हें कन्नड़ भाषा भी नहीं आती थी।