सौम्या केसरवानी | navpravah.com
नई दिल्ली | महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है, लेकिन चुनाव से पहले ही महाराष्ट्र में चुनावी उठक-पठक देखने को मिल रही है। महाविकास अघाड़ी और महायुति दोनों पूरे जोर शोर से चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं, लेकिन इस बीच खबर आ रही है कि, शरद पवार की एनसीपी और समाजवादी पार्टी ने अपनी राहें अलग कर ली हैं।
दोनों पार्टियों की राहें अलग होने पर अलग-अलग नेता अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियायें दे रहे हैं। इसी पर अबू आसिम आजमी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट किया है कि “बेशक, महाविकास आघाड़ी का नेतृत्व कर रहे शरद पवार के साथ समाजवादी पार्टी हमेशा रही है और आगे भी रहेगी। अब महाराष्ट्र की जनता महाविकास आघाड़ी को जनादेश देने जा रही है, जय हिंद, जय महाराष्ट्र।”
वहीं शरद पवार की पार्टी एनसीपी से विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भी ट्वीट कर कहा कि, “कुछ लोग यहां अफवाह फैला रहे हैं कि समाजवादी पार्टी और एनसीपी अलग होने जा रहे हैं, लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि एनसीपी और समाजवादी पार्टी दोनों एमवीए के बैनर तले चुनाव लड़ेंगे।”
जानकारी के अनुसार, महाविकास आघाडी में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं। MVA में कांग्रेस ने 13 सीटें, शिवसेना ने 9 सीटें और NCP ने 8 सीटें जीतीं थी, वहीं महायुति में बीजेपी ने 9 सीटें, शिवसेना (शिंदे) ने 7 सीटें और NCP ने केवल 1 सीट जीती थी, यह मुकाबला कड़ा था जहां दोनों गठबंधनों को लगभग 44 प्रतिशत वोट मिले थे।