राजेश सोनी | Navpravah.com
केंद्रीय कौशल विकास राज्यमंत्री अनंत कुमार हेगड़े कर्नाटक में एक कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे थे। उन्होंने यहाँ धर्मनिरपेक्षता पर विवादास्पद बयान दे दिया है। हेगड़े ने कार्यक्रम में कहा कि धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होने का दावा वे लोग करते हैं, जिन्हें अपने मां-बाप के खून का पता नहीं होता है। अनंत हेगड़े कोप्पल जिले के यलबुर्गा में ब्राह्मण युवा परिषद और महिलाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
आगे हेगड़े ने कहा कि लोगों को अपनी पहचान धर्मनिरपेक्षता के बदले अपने जात-धर्म के आधार पर बताने में गर्व महसूस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होने का दावा वे लोग करते हैं, जिन्हें अपने मां-बाप के खून का पता नहीं होता है। हेगड़े यहीं नहीं रुके, उनके बोल पूरे संबोधन के दौरान बिगड़ते रहे। उन्होंने आगे कहा कि मुझे बहुत खुशी होगी, यदि कोई व्यक्ति खुद की पहचान मुस्लिम, ईसाई, ब्राह्मण, लिंगायत या हिंदू के तौर पर करता है। इस तरह की पहचान से आत्मसम्मान हासिल होता है। समस्या तब उत्पन्न होती है, जब कोई खुद को धर्मनिरपेक्ष कहता है।
इस बयान के बाद हेगड़े को चारों तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने उनके इस बयान की कड़े शब्दों में आलोचना की है। उन्होंने हेगड़े पर निशाना साधते हुए कहा कि अनंत हेगड़े पंचायत पद के काबिल भी नहीं हैं और हेगड़े को संस्कृति और संसदीय भाषा का ज्ञान ही नहीं है।