एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान की कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है, इसके साथ ही उनकी बेटी मरियम को भी कोर्ट ने 7 साल की सजा दी गयी है।
साथ ही कोर्ट ने नवाज शरीफ पर 73 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है, वहीं नवाज की बेटी मरियम पर 18 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है, ये फैसला पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों से कुछ सप्ताह पहले सुनाया आया है।
पिछले साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य ठहराये जाने के बाद 68 वर्षीय शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मुकदमे शुरू किए गए थे।
नवाज शरीफ पर पीएम पद पर रहते हुए काले धन को सफेद करने के लिए लंदन में संपत्ति बनाने का आरोप है, जिसका खुलासा पिछले साल पनामा पेपर लीक के जरिए हुआ था।
पनामा पेपर्स के नाम से लीक मामले में आईसीआईजे ने दस्तावेजों की गहरी छानबीन की थी, आईसीआईजे को किसी अज्ञात सूत्र ने इन दस्तावेजों को उपलब्ध कराया था।
जांच में नवाज शरीफ के अलावा कई फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों समेत करीब 140 लोगों की संपत्ति का भी खुलासा हुआ था, भारत से भी कुछ लोगों के नामों का जिक्र पनामा पेपर्स में किया गया था।
जांच में जो डेटा सामने आया था वह 1977 से लेकर 2015 तक का था, जर्मनी के एक अखबार के मुताबिक, इस पेपर लीक से 2.6 टेराबाइट डेटा सामने आया है जो लगभग 600 डीवीडी में आ सकता है।
नवाज शरीफ के बेटों हुसैन और हसन के अलावा बेटी मरियम नवाज ने टैक्स हैवन माने जाने वाले ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में कम से कम चार कंपनियां शुरू कीं थी, इन कंपनियों से इन्होंने लंदन में छह बड़ी प्रॉपर्टीज खरीदी।
शरीफ फैमिली ने इन प्रॉपर्टीज को गिरवी रखकर डॉएचे बैंक से करीब 70 करोड़ रुपए का लोन लिया, इसके अलावा, दूसरे दो अपार्टमेंट खरीदने में बैंक ऑफ स्कॉटलैंड ने उनकी मदद की थी।