2013 में IPL में राज कुंद्रा को सट्टेबाजी के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
कुंद्रा ने खुद इस बात को स्वीकार किया था कि उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग की थी। उसके बाद राजस्थान रॉयल्स 2 साल के लिए बैन रही और राज पर आजीवन प्रतिबंध लगा।
2017 में भी मुंबई पुलिस ने राज कुंद्रा को करीब 24 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में अरेस्ट किया था। यह मामला एक ऑनलाइन शॉपिंग चैनल से संबंधित था।
2018 में राज कुंद्रा पर बिटकॉइन स्कैम करने के आरोप लगे। पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच और ईडी की जांच में यह बात सामने आई थी इस स्कैम से कई लोगों को करीब 200 करोड़ रुपए का चूना लगाया गया था।
राज कुंद्रा का नाम अंडरवर्ल्ड से भी जुड़ चुका है। इकबाल मिर्ची के साथ कनेक्शन होने की वजह से 2019 में प्रवर्तन निदेशालय ने कुंद्रा से 10 घंटे पूछताछ भी की थी।
तलाक के करीब 12 साल बाद राज कुंद्रा ने अपनी पिछली पत्नी के खिलाफ चरित्रहीनता के आरोप लगाए। इन आरोपों से राज ने अपनी पहली पत्नी और अपनी बहन दोनों के घरों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश की।
कल राज कुंद्रा पॉर्न फिल्मों के मास्टरमाइंड का तौर पर गिरफ्तार हुए हैं।
असल में राज कुंद्रा जैसे लोगों ने ही भारत में महिला को असुरक्षित करने और उन्हें ‘उत्पाद’ बनाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है। इन जैसे लोगों की वजह से ही अश्लील क्लिप को वेबसाइट पर अपलोड करने पर पिछले कुछ 4 सालों में बेतहाशा रुपये मिलने लगे थे और उसके बाद मॉल के चेंजिंग रूम, गर्ल्स हॉस्टल के वाश रूम, होटल के कमरे और स्कूल के रेस्ट रूम बच्चियों और महिलाओं के लिए असुरक्षित होते गए।
न्यूज पेपर के रंगीन पेज पर हँसते मुस्कुराते आने वाले राज कुंद्रा जैसे अनगिनत लोग ऐसे ही अंदर से खोखले हैं जिनके लिए पैसे का मूल्य किसी भी अन्य मूल्य से अधिक है।
उम्मीद करते हैं कि नए मंत्री OTT के लूप होल्स को कम से कम अब भरने का प्रयास करेंगे, ना तो ऐसे ही तमाम राज कुंद्रा और एकता कपूर OTT जैसे सार्थक प्रयोग को भारत में केवल सेमी पॉर्न इंडस्ट्री बना कर रख देंगे।
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