सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
पीएम मोदी ने आज लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया।कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी के साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे। सुबह 10 बजे सीएम योगी ने पीएम मोदी का ऐयरपोर्ट पर स्वागत किया।
इस समिट में हिस्सा लेने के लिए मुकेश अंबानी सहित कई उद्योगपति लखनऊ पहुंचे हैं। फिनलैंड, नीदरलैंड्स, जापान, चेक गणराज्य, थाइलैंड, स्लोवाकिया और मॉरीशस की पहचान इस समिट के लिए साझेदार देशों के तौर पर की गई है।
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में पहले की स्थिति क्या थी, ये सभी जानते हैं। भय के माहौल में कोई रोजगार कैसे संभव हो सकता था। योगी की सरकार ने प्रदेश में निराशा से राज्य को बाहर निकाला है।
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में संसाधनों की कमी नहीं है। यूपी को वैल्यू एडिशन की जरूरत है। जिसके जरिए इस प्रदेश को देश का ग्रोथ इंजन बनाया जा सकता है। यूपी के बजट में देश के दो डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाए जाने का जिक्र हुआ था। उनमें से एक इस राज्य में बनेगा।
पीएम ने कहा कि यूपी में उद्योगपतियों के लिए रेड टेप नहीं, रेड कार्पेट होगा। उद्योगपतियों को नियत समय में ऑनलाइन कारोबार शुरू करने की परमिशन मिलेगी। मैं महाराष्ट्र गया था, जहां की सरकार ने अपने रोजगार को बिलियन डॉलर में बदलने का फैसला किया है, क्या यूपी सरकार महाराष्ट्र से प्रतिस्पर्धा करेगी? इसलिए देखना होगा पहले यूपी और महाराष्ट्र में पहले बिलियन डॉलर के लक्ष्य को कौन छू पाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि यूपी सरकार ने वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना शुरू की है। इसके जरिए स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा किए जा सकेंगे। इससे स्थानीय प्रोडक्ट की ब्रांडिंग होगी।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि यूपी आलू उत्पादन में नंबर वन है। पहले आलू के चिप्स घर-घर में बनते थे। अगर यही उद्योग स्थानीय स्तर पर शुरू हो तो कई हजार करोड़ रुपए का रोजगार शुरू हो सकता है और तो और दशहरी आम काफी फेमस है। हम आम को इंडस्ट्री से जोड़कर उद्योग शुरू कर सकते हैं।
यूपी सरकार का दावा है कि ये समिट युवाओं को रोजगार दिलाने में सहायक होगी। इस समिट के जरिए प्रदेश के 20 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस दौरान 900 एमओयू पर साइन होंगे।